अपरिपक्व मोतियाबिंद (इमैच्योर कैटरैक्ट): लक्षण, कारण और सुझाव – Immature Cataract: Symptoms, Causes And Tips In Hindi

अपरिपक्व मोतियाबिंद

अपरिपक्व मोतियाबिंद (इमैच्योर कैटरैक्ट) क्या है – What Is Immature Cataract In Hindi

अपरिपक्व मोतियाबिंदआमतौर पर अपरिपक्व मोतियाबिंद (इमैच्योर कैटरैक्ट) एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आपकी आंख का लेंस धुंधला या अपारदर्शी हो जाता है। चोट, बीमारी या उम्र बढ़ने सहित कई कारणों से होने वाले मोतियाबिंद को अपरिपक्व मोतियाबिंद कहते हैं, क्योंकि इस स्थिति में यह पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ है।

अपरिपक्व मोतियाबिंद एक परिपक्व मोतियाबिंद से अलग होता है। परिपक्व मोतियाबिंद समय के साथ धीरे-धीरे विकसित होता है और दृष्टि समस्याओं का कारण बनता है, जिसे ठीक करने के लिए सर्जरी की जरूरत हो सकती है। जबकि, अक्सर जन्म के समय मौजूद अपरिपक्व मोतियाबिंद किसी चोट या बीमारी के कारण अचानक होते हैं। ऐसे में तेजी से प्रोग्रेस करने वाले इस मोतियाबिंद को सर्जरी से हटाया जाता है।

अपरिपक्व मोतियाबिंद अलग प्रकार हैं:

  • जन्मजात (कॉन्जेनिटल) मोतियाबिंद: जन्म के समय मौजूद यह मोतियाबिंद गर्भावस्था के दौरान आनुवंशिक कारकों या इंफेक्शन से होता है।
  • चोट से होने वाला (अभिघातजन्य) मोतियाबिंद: यह आंख में चोट लगने के बाद होते हैं, जैसे सिर पर चोट या आंख में किसी बाहरी वस्तु से चोट लगना।
  • संक्रामक (इनफेक्शियस) मोतियाबिंद: यह आंख में हमला करने वाले वायरस, बैक्टीरिया या अन्य जीवों के कारण होता है।
  • मेटाबोलिक मोतियाबिंद: यह डायबिटीज या उच्च रक्तचाप जैसी मेटाबॉलिज्म की समस्याओं के कारण होता है।

यह अपरिपक्व मोतियाबिंद के अलग-अलग प्रकार हैं। आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी प्रकार का मोतियाबिंद दृष्टि समस्याएं पैदा करता है और इसके लिए सर्जरी की जरूरत हो सकती है। आंखों की यह आम स्थिति वयस्कों और बच्चों दोनों में हो सकती है। मोतियाबिंद ज्यादातर लोगों की बढ़ती उम्र में विकसित होता है। हालांकि, कभी-कभी यह समय से पहले बन सकता हैं और खासकर छोटे बच्चों में। अगर आपको या आपके बच्चे को अपरिपक्व मोतियाबिंद है, तो तुरंत उपचार प्राप्त करें। इस ब्लॉग पोस्ट में हम अपरिपक्व मोतियाबिंद के लक्षणों और उपचार पर चर्चा करेंगे।

अपरिपक्व मोतियाबिंद के लक्षण – Symptoms Of Immature Cataracts In Hindi

अपरिपक्व मोतियाबिंद के लक्षणों की पहचान करने में सक्षम होना जरूरी है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इससे आप जल्द से जल्द उपचार ढूंढ़ सकते हैं। मोतियाबिंद के इस प्रकार का सबसे आम लक्षण दृष्टि में कमी है। यह बदलाव क्रमिक या अचानक हो सकता है और पहली बार में सिर्फ एक आंख को प्रभावित कर सकता है। अपरिपक्व मोतियाबिंद के अन्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • धुंधली दृष्टि
  • रंगों का फीका दिखना
  • रोशनी के चारों तरफ चमक और चकाचौंध
  • दोहरी दृष्टि

अगर आप अपनी दृष्टि में इनमें से कोई भी बदलाव देखते हैं, तो तुरंत एक नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना जरूरी है। वह इस बात की पुष्टि करने में सक्षम होंगे कि आपके पास अपरिपक्व मोतियाबिंद है या नहीं। इस प्रकार वह आपको उपचार के सबसे बेहतर तरीकों का सुझाव दे सकते हैं। साथ ही आपको ध्यान रखना चाहिए कि यह लक्षण आंखों की अन्य स्थितियों के कारण भी हो सकते हैं।

आंखों की संबंधित कोई भी समस्या होने पर अनुभवी आंखों के डॉक्टर की राय लेना आपके लिए सबसे अच्छा है। अध्ययनों के अनुसार, शुरुआती मोतियाबिंद वाले लोगों की एक बड़ी संख्या में किसी भी लक्षण का अनुभव नहीं होता है। इन्हीं कारणों से नियमित तौर पर आंखों की जांच करवाना जरूरी है। इससे डॉक्टर आपकी दृष्टि में किसी भी बदलाव का अनुभव करने से पहले अक्सर मोतियाबिंद का पता लगा सकते हैं।

कारण और जोखिम कारक – Causes And Risk Factors I Hindi

What Are The Causes And Risk Factors?मोतियाबिंद कई अलग-अलग प्रकार के होते हैं, और प्रत्येक के कारणों और जोखिम कारकों का एक अलग सेट होता है। इस प्रकार के मोतियाबिंद का सबसे आम कारण आंख की चोट है। इसमें मामूली चोट से लेकर आंखों की सर्जरी तक सब कुछ शामिल हो सकता है। जबकि, अन्य कारणों में कुछ दवाएं, बीमारियां और विरासत में मिली स्थितियां शामिल हैं। ऐसेमें हमें जन्मजात मोतियाबिंद की संभावना पर भी विचार करना चाहिए, जो जन्म के समय मौजूद होता है।

अपरिपक्व मोतियाबिंद के जोखिम कारक अन्य प्रकार के मोतियाबिंद से मिलते-जुलते हैं। इसमें उम्र सबसे अहम कारक है, क्योंकि उम्र के साथ मोतियाबिंद होने का जोखिम बढ़ता है। इसके अन्य जोखिमों में यूवी लाइट, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप और धूम्रपान शामिल हैं। उदाहरण के लिए, मोतियाबिंद की सर्जरी करवाने वाले लोगों में अपरिपक्व मोतियाबिंद होने का खतरा ज्यादा होता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि सर्जरी के दौरान आपकी आंख में चोट लग सकती है या स्कार टिशू बन हो सकता है। ऐसे में अगर आप मोतियाबिंद सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो इससे संबंधित ज्यादा जानकारी के लिए आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।

सर्जरी की जरूरत – Need Of Surgery In Hindi

अपरिपक्व मोतियाबिंद एक दर्द रहित स्थिति है और बहुत से लोगों को आंख की जांच से पहले समस्या का पता नहीं चल पाता है। ज्यादातर मामलों में अपरिपक्व मोतियाबिंद को इलाज बिना सर्जरी के किया जा सकता है। जबकि, कई बार यह स्थिति कुछ महीनों या वर्षों में अपने आप ठीक हो जाती है, क्योंकि आंख का प्राकृतिक लेंस परिपक्व हो जाता है। इसके अलावा आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि अपरिपक्व मोतियाबिंद की तरह मोतियाबिंद के सभी प्रकारों को सर्जरी की जरूरत नहीं है। ऐसे में अगर आपकी दृष्टि मामूली रूप से प्रभावित है और आपको अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं नहीं हैं, तो आप मोतियाबिंद के साथ जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित किए बिना जीने में सक्षम हो सकते हैं।

आंखों में किसी भी तरह के दर्द या परेशानी का अहसास होने पर जल्द से जल्द किसी अनुभवी आंखों के डॉक्टर से सलाह लेना सुनिश्चित करें। अगर मोतियाबिंद दृष्टि से संबंधित अन्य समस्याओं का कारण बन रहा है, तो आपको सर्जरी की जरूरत हो सकती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इसे चश्मे, कॉन्टैक्ट लेंस या अन्य बिना सर्जरी वाले उपचारों से ठीक नहीं किया जा सकता है। मोतियाबिंद के लिए अलग-अलग प्रकार की सर्जरी होती है और आपके लिए सर्जरी का सही प्रकार आपकी व्यक्तिगत स्थिति पर निर्भर करता है। एक योग्य डॉक्टर यह तय करने में आपकी मदद कर सकते हैं कि सर्जरी आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है या नहीं।

प्रबंधन के लिए सुझाव – Tips For Management In Hindi

अगर आपको अपरिपक्व मोतियाबिंद है, तो आप कुछ सुझावों का पालन कर सकते हैं। इनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:

धूप का चश्मा पहनना

आंखों को धूप से बचाने के लिए धूप का चश्मा पहनना जरूरी है। यह रोशनी से चकाचौंध को कम करने में भी मदद करते हैं। ऐसे में मोतियाबिंद से बचने के लिए आप खास चश्मा भी खरीद सकते हैं। उदाहरण के लिए, ब्लू लाइट-ब्लॉकिंग चश्मा आपके लक्षणों को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा बाहर जाते समय धूप का चश्मा और टोपी पहनने से भी आपको मोतियाबिंद से बचने में मदद मिल सकती है, क्योंकि यह आपकी आंखों को छाया देने का काम करता है।

बनावटी आंसू का उपयोग करना

अगर आपकी आंखें सूखी हैं, तो बनावटी आंसू का उपयोग करने से आंखों को चिकनाई देने में मदद मिल सकती है। यह विकल्प अपरिपक्व मोतियाबिंद के कारण होने वाली जलन को कम करने में भी मदद करता है। आमतौर पर आपको दिन में कम से कम चार बार इनका उपयोग करने की सलाह दी जाती है। उदाहरण के लिए, आप जागने पर, सोने से पहले और कंप्यूटर पर काम करने के बाद इन्हें इस्तेमाल कर सकते हैं।

बार-बार पलकें झपकाना

जब आप पलक झपकाते हैं, तो यह आपकी आंखों में आंसू फैलाने में मदद करता है। इससे आपकी आंखों को चिकनाई देने और जलन को कम करने में भी मदद मिल सकती है। इसलिए, बार-बार पलकें झपकाना जरूरी है, खासकर अगर आप लंबे समय तक स्क्रीन पर काम कर रहे हैं। पलकें झपकाने से भी आंखों में इंफेक्शन होने का जोखिम भी कम किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, आप कंप्यूटर पर काम करते समय हर 20 मिनट में पलकें झपका सकते हैं।

आंखों को आराम देना

अपनी आंखों को आराम देने से मोतियाबिंद के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। इसका मतलब पढ़ने, कंप्यूटर पर काम करने या टीवी देखने जैसी गतिविधियों के बीच नियमित रूप से ब्रेक लेना है। इन गतिविधियों के दौरान हर 20 मिनट में एक ब्रेक लेने की कोशिश करें। साथ ही हर दो घंटे में 15 मिनट का ब्रेक लें, जहां आप स्क्रीन के अलावा किसी और चीज़ पर ध्यान केंद्रित करते हैं। अगर आपकी आंखें सूखी हैं, तो यह तरीका ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।

ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करना

अगर आप शुष्क जलवायु में रहते हैं या आपका घर गर्म है, तो ह्यूमिडिफायर का उपयोग करने से आपको मदद मिल सकती है। यह हवा में नमी जोड़ता है और आपकी आंखों को बहुत ज्यादा सूखी होने से बचाने में मदद कर सकता है। मोल्ड ग्रोथ को रोकने के लिए ह्यूमिडिफायर को अक्सर साफ करना सुनिश्चित करें। अपरिपक्व मोतियाबिंद एक ऐसी स्थिति है, जहां आंख का लेंस अपारदर्शी हो जाता है। हालांकि, ह्यूमिडिफायर का उपयोग आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।

डॉक्टर से परामर्श करना

Talk to your doctorअगर आपके पास एक अपरिपक्व मोतियाबिंद है, तो नियमित जांच के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। वह निर्धारित कर सकते हैं कि कम आपका मोतियाबिंद खराब हो रहा है और आपको उपचार की जरूरत है। अगर आपको डायबिटीज जैसी कोई अन्य स्वास्थ्य स्थितियां हैं, तो डॉक्टर इनकी बारीकी से निगरानी करेंगे।

अपरिपक्व मोतियाबिंद के उपचार में आमतौर पर लेंस को हटाने के लिए सर्जरी शामिल होती है। हालांकि, कुछ मामलों में डॉक्टर आई ड्रॉप या चश्मा भी लिख सकते हैं। यह सुझाव अपरिपक्व मोतियाबिंद के प्रबंधन और दृष्टि को बचाने में आपकी मदद कर सकते हैं। इसके अलावा स्थिति से संबंधित किसी भी परेशानी के लिए अपने डॉक्टर से बात करना सुनिश्चित करें। एक अनुभवी डॉक्टर आपकी दृष्टि की सुरक्षित करने और आपके लक्षणों को नियंत्रित रखने के लिए प्रभावी योजना बनाने में मदद कर सकता है।

क्या आप भी आँखों की समस्याओं से परेशान है?

निष्कर्ष – Conclusion In Hindi

कुल मिलाकर अपरिपक्व मोतियाबिंद पूर्व मोतियाबिंद और दृष्टि के लिए खतरा है। यह एक ऐसा चरण है, जहां मोतियाबिंद पूरी तरह से विकसित नहीं होता है और व्यक्ति की दृष्टि अभी तक गंभीर रूप से प्रभावित नहीं हुई है। ऐसे में स्थिति की प्रोग्रेस को रोकने के लिए शुरुआती पहचान और उपचार बहुत जरूरी है। इस प्रकार अपरिपक्व मोतियाबिंद का इलाज करने के कई तरीके हैं, लेकिन इनमें सर्जरी सबसे प्रभावी तरीका है।

याद रखें कि सभी मोतियाबिंदों का इलाज करने की जरूरत नहीं है। अगर व्यक्ति की दृष्टि गंभीर रूप से प्रभावित नहीं है और उन्हें कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या नहीं है, तो अवलोकन सबसे अच्छा विकल्प है। ऐसे में उपचार पर सिर्फ तभी विचार किया जाना चाहिए जब मोतियाबिंद लक्षण पैदा कर रहा हो या इसके तेजी से बढ़ने की उम्मीद हो। अपरिपक्व मोतियाबिंद से संबंधित ज्यादा जानकारी और संसाधनों के लिए आप आई मंत्रा से भी संपर्क कर सकते हैं।

आई मंत्रा में हमारे पास अनुभवी आंखों के सर्जनों की एक टीम है, जो मोतियाबिंद सर्जरीमोतियाबिंद सर्जरी की कीमत, मोतियाबिंद सर्जरी के अलग-अलग प्रकारों के लिए मोतियाबिंद लेंस की कीमतफेकोइमल्सीफिकेशनएमआईसीएस और फेम्टो लेजर मोतियाबिंद पर आपके किसी भी सवाल का जवाब देने में सक्षम है। ज्यादा जानकारी के लिए हमें +91-9711116605 पर कॉल या [email protected] पर ईमेल करें।