न्यूक्लियर मोतियाबिंद: लक्षण, कारण और उपचार – Nuclear Cataract: Symptoms, Causes and Treatment In Hindi

न्यूक्लियर मोतियाबिंद

न्यूक्लियर मोतियाबिंद क्या है – What Is Nuclear Cataract In Hindi

People with PTSD may also have ADHD. However, the relationship between PTSD and ADHD is not well understood.आमतौर पर मोतियाबिंद सर्जरी पर विचार कर रहे लोगों के लिए न्यूक्लियर मोतियाबिंद के बारे में जानना बहुत जरूरी है। आपकी आंख के लेंस के मध्य क्षेत्र में एक न्यूक्लियर मोतियाबिंद बनता है। इसे न्यूक्लियस कहा जाता है, जो प्रोटीन और पानी से बना होता है। समय के साथ न्यूक्लियस के प्रोटीन टूटकर आपस में टकरा सकते हैं। यह न्यूक्लियस को धुंधला बना देता है, जिससे आपकी दृष्टि धुंधली या अपारदर्शी हो सकती है।

यह मोतियाबिंद का सबसे आम प्रकार दर्द रहित है और आमतौर पर आपकी उम्र के अनुसार धीरे-धीरे विकसित होता है और  है। जब तक आप 80 साल की उम्र तक नहीं पहुंच जाते, तब तक लगभग सभी में एक न्यूक्लियर मोतियाबिंद विकसित हो जाता है। इस प्रकार के मोतियाबिंद का अन्य कारण सूरज के पराबैंगनी प्रकाश से लंबे समय तक संपर्क हो सकता है। कॉर्टिकल मोतियाबिंद की तुलना में यह मोतियाबिंद अलग है, जो लेंस के बाहरी किनारों में बनते हैं। जबकि, पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद का विकास लेंस के पीछे होता है। न्यूक्लियर मोतियाबिंद विकसित करने के लिए कुछ आनुवंशिक स्वभाव जिम्मेदार हो सकते हैं।

मोतियाबिंद एक आम आंख की स्थिति है, जो युवा और बुजुर्ग दोनों को प्रभावित कर सकती है। मोतियाबिंद कई प्रकार के होते हैं, लेकिन यह मोतियाबिंद का सबसे गंभीर प्रकार है। इस प्रकार का मोतियाबिंद लेंस के केंद्रक को प्रभावित करता है, जो रोशनी के फोकस को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार है। अगर आप एक न्यूक्लियर मोतियाबिंद विकसित करने को लेकर परेशान हैं, तो आज ही अपने आंखों के डॉक्टर से परामर्श करें। इस ब्लॉग पोस्ट में हम न्यूक्लियर मोतियाबिंद के लक्षण और कारणों की जानकारी प्रदान करेंगे, जिससे आपको आंखों की इस गंभीर बीमारी से बचने में मदद मिल सकती है।

न्यूक्लियर मोतियाबिंद का गठन – Formation Of Nuclear Cataract In Hindi

मोतियाबिंद के इस प्रकार का विकास आंख के लेंस के केंद्रक या केंद्र की संरचना में क्रमिक बदलाव का नतीजा है। इसमें समय के साथ न्यूक्लियर में प्रोटीन टूटते हैं और आपस में चिपक जाते हैं। इससे आपकी आंख का प्राकृतिक लेंस पीला और सख्त हो जाता है। न्यूक्लियर मोतियाबिंद आपकी दोनों आंखों में होता है, लेकिन यह अक्सर एक आंख में दूसरी के मुकाबले तेजी से विकास करता है। इस गठन की शुरुआती अवस्था में आमतौर पर कोई लक्षण नहीं होते हैं। जैसे-जैसे मोतियाबिंद बढ़ता है, वैसे-वैसे आपकी दृष्टि धुंधली हो सकती है और रंग फीके दिख सकते हैं।

न्यूक्लियर मोतियाबिंद अक्सर रोशनी के चारों तरफ चमक और चकाचौंध का कारण बनते हैं। इससे आपके लिए रात के समय देखना ज्यादा कठिन हो जता है। कुछ गंभीर मामलों में न्यूक्लियर मोतियाबिंद से अंधापन भी हो सकता है। यह मोतियाबिंद उम्र से संबंधित मोतियाबिंद का सबसे आम प्रकार है। यह आमतौर पर 60 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों में होता है। हालांकि, अगर स्थिति का पारिवारिक इतिहास है या व्यक्ति को डायबिटीज जैसी कुछ चिकित्सीय स्थितियां हैं, तो यह जीवन में पहले भी विकसित हो सकते हैं।

न्यूक्लियर मोतियाबिंद के लक्षण – Symptoms Of Nuclear Cataract In Hindi

What are the Symptoms of a Nuclear Cataract? मोतियाबिंद का यह प्रकार आमतौर पर धीरे-धीरे और दर्द रहित रूप से विकसित होता है। इसके कई अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

धुंधली दृष्टि

धुंधली दृष्टि को न्यूक्लियर मोतियाबिंद का सबसे प्रमुख लक्षण माना जाता है। इस प्रकार का मोतियाबिंद आमतौर पर धीरे-धीरे और दर्द रहित रूप से विकसित होता है। इन्हीं कारणों से आपको शुरुआत में इसके कोई लक्षण नज़र नहीं आते हैं। हालांकि, मोतियाबिंद के बढ़ने पर आपकी दृष्टि धुंधली हो सकती है। ऐसे में धुंधला दिखने का मतलब है कि मोतियाबिंद आपकी आंख से गुजरने वाली रोशनी को ब्लॉग या खराब कर रहा है।

रात के समय देखने में कठिनाई

मोतियाबिंद के इस प्रकार का एक अन्य लक्षण रात के समय देखने में कठिनाई होना है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि मोतियाबिंद आपकी आंखों के लिए प्रकाश व्यवस्था में बदलाव को समायोजित करना कठिन बना सकता है। अगर आपके पास एक न्यूक्लियर मोतियाबिंद है, तो आपको रात में गाड़ी चलाने या कम रोशनी में पढ़ने में परेशानी हो सकती है।

रंगों का फीका दिखना

रंगों का पहले की तुलना में फीका दिखाई देना न्यूक्लियर मोतियाबिंद का एक अन्य लक्षण है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि मोतियाबिंद आपकी आंख में जाने वाली रोशनी को ब्लॉक कर देता है। इससे आपको रंग पहले के मुकाबले ज्यादा फीके दिखने लगते हैं। कुछ मामलों में न्यूक्लियर मोतियाबिंद वाले लोगों को नीले और बैंगनी जैसे कुछ रंगों के बीच अंतर करने में भी परेशानी हो सकती है।

रोशनी के आसपास चमकते घेरे और चकाचौंध

यह मोतियाबिंद रोशनी के आसपास चमकते घेरे और चकाचौंध का कारण भी बन सकता है। आमतौर पर यह स्थिति तब होती है, जब रोशनी धुंधले लेंस से होकर गुजरती है और सभी दिशाओं में बिखर जाती है। यह चकाचौंध वाली रोशनी को बहुत ज्यादा चमकदार बनाता है और कई असुविधाओं का कारण बन सकता है। इसके अलावा आप रोशनी के चारों तरफ छल्ले या चकाचौंध भी देख सकते हैं। यह लक्षण आपके लिए रात में गाड़ी चलाना या कम रोशनी वाले कमरे में पढ़ना मुश्किल बना सकते हैं।

रात में खराब दृष्टि

न्यूक्लियर मोतियाबिंद के सबसे आम लक्षणों में से एक रात में खराब दृष्टि है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि मोतियाबिंद आपकी आंख में जाने वाली रोशनी को ब्लॉक कर देता है। इससे आपके लिए कम रोशनी में देखना मुश्किल हो जा सकता है। अगर आपके पास यह स्थिति है, तो आपको रात के समय गाड़ी चलाने या कम रोशनी में पढ़ने वक्त परेशानी हो सकती है।

अगर आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करना सुनिश्चित करें, ताकि वह समस्या का निदान और उपचार कर सकें। इस प्रकार उचित उपचार के साथ आप अपनी दृष्टि को बचा सकते हैं। साथ ही आने वाले कई वर्षों तक आपकी दृष्टि स्पष्ट बनी रहती है।

न्यूक्लियर मोतियाबिंद के कारण – Causes Of Nuclear Cataract

आमतौर पर न्यूक्लियर मोतियाबिंद के विकास के कुछ कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • बुढ़ापा: न्यूक्लियर मोतियाबिंद विकसित होने का सबसे आम कारण बुढ़ापा है। जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, हमारे लेंस में प्रोटीन टूटने लगते हैं और आपस में चिपक जाते हैं। इससे लेंस का केंद्र पीला या भूरा और सख्त हो जाता है। कभी-कभी यह प्रक्रिया इतनी धीरे-धीरे हो सकती है कि आपको अपनी दृष्टि में बदलाव का पता भी नहीं चलता।
  • अन्य स्वास्थ्य स्थितियां: कई बार अन्य स्वास्थ्य स्थितियां भी न्यूक्लियर मोतियाबिंद के लिए प्रमुख जोखिम कारक हो सकती हैं। ऐसा कई बार तब भी हो सकता है, जब आपके पास मोतियाबिंद का पारिवारिक इतिहास हो।
  • सूरज की पराबैंगनी किरणों (यूवी लाइट) से लंबे समय तक संपर्क: इससे भी न्यूक्लियर मोतियाबिंद के विकास में योगदान हो सकता है। कभी-कभी यह यूवी किरणें हमारी आंखों में उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को भी तेज कर सकती हैं।
  • कुछ दवाएं: स्टेरॉयड जैसी कुछ दवाएं आपके न्यूक्लियर मोतियाबिंद के विकास का जोखिम बढ़ा सकती हैं। अगर आप इन दवाओं को लंबे समय तक लेते हैं, तो इससे आपके लेंस में प्रोटीन टूट सकता है और आपस में चिपक सकता है।
  • डायबिटीज: एक अध्ययन के अनुसार, डायबिटीज वाले लोगों में मोतियाबिंद की संभावना उन लोगों की तुलना में तीन गुना ज्यादा होती है, जिन्हें यह बीमारी नहीं है।
  • उच्च रक्तचाप: उच्च रक्तचाप वाले लोगों में भी न्यूक्लियर मोतियाबिंद होने का खतरा बढ़ जाता है।
  • मायोपिया (नज़दीकीपन): अगर आप निकट दृष्टि दोष यानी मायोपिया से पीड़ित हैं, तो आपको कम उम्र में न्यूक्लियर मोतियाबिंद विकसित होने की ज्यादा संभावना हो सकती है।

न्यूक्लियर मोतियाबिंद का इलाज – Treatment Of Nuclear Cataract In Hindi

ऐसे लोगों के लिए न्यूक्लियर मोतियाबिंद का इलाज बहुत जरूरी है, जो अपनी दृष्टि में सुधार चाहते हैं। इस स्थिति का इलाज करने के कई अलग-अलग तरीके हैं, जिनमें ज्यादातर उपचार मोतियाबिंद को हटाने और प्राकृतिक लेंस को आर्टिफिशियल लेंस से बदलने पर केंद्रित होते हैं। हालांकि, कुछ मामलों में मोतियाबिंद को तोड़ने में मदद के लिए लेजर सर्जरी का इस्तेमाल किया जा सकता है, ताकि इसे ज्यादा आसानी से हटाया जा सके। ऐसे में सबसे बेहतर उपचार विकल्प के बारे में आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।

न्यूक्लियर मोतियाबिंद होने पर वह आपको सर्जरी का सुझाव देंगे, ताकि आपकी दृष्टि को गंभीर नुकसान से बचाया जा सके। इस प्रकार उचित उपचार के साथ आप अपनी दृष्टि को सुरक्षित कर सकते हैं। साथ ही आप आने वाले कई वर्षों तक साफ दृष्टि का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा रेडिएशन थेरेपी एक अन्य उपचार विकल्प है, जिसका उपयोग न्यूक्लियर मोतियाबिंद के इलाज में किया जा सकता है। इस प्रकार के उपचार में सर्जन मोतियाबिंद को खत्म करने के लिए उच्च-ऊर्जा तरंगों का उपयोग करते हैं।

आमतौर पर रेडिएशन थेरेपी का सुझाव सिर्फ तभी दिया जाता है, जब मोतियाबिंद छोटा हो और इसके दोबारा बढ़ने का कोई खतरा न हो। रेडिएशन थेरेपी का उपयोग मोतियाबिंद के आकार को छोटा करने के लिए भी किया जा सकता है, ताकि सर्जरी ज्यादा आसानी से की जा सके। यह थेरेपी एक आउट पेशेंट सेटिंग में की जाती है और इसके लिए आपको अस्पताल में रहने की जरूरत नहीं है। अगर आपको न्यूक्लियर मोतियाबिंद का निदान किया गया है, तो सभी उपचार विकल्पों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें। उचित देखभाल के साथ आप अपनी दृष्टि को बचा सकते हैं। साथ ही आने वाले कई वर्षों तक स्पष्ट दृष्टि का आंनद ले सकते हैं।

न्यूक्लियर मोतियाबिंद की रोकथाम – Prevention Of Nuclear Cataract In Hindi

Can a Nuclear Cataract Be Prevented?न्यूक्लियर मोतियाबिंद गंभीर स्थिति है, जो सभी उम्र के लोगों को सकती है। यह लेंस में मोतियाबिंद जैसा क्रिस्टल जमा होने पर होता है। क्रिस्टल की बढ़ोतरी न्यूक्लियर दुर्घटनाओं या आयनकारी विकिरण के अन्य स्रोतों से विकिरण जोखिम के कारण से होती है। हालांकि, लक्षण दिखने पर मोतियाबिंद को रोकने के लिए आप जरूरी कदम उठा सकते हैं। इससे स्थिति के विकास की संभावना कम करने में मदद मिलती है।

  • रेडिएशन के संपर्क में आने से बचना सबसे जरूरी है। इनमें रेडियोएक्टिव मटीरियल, न्यूक्लियर दुर्घटनाएं, एक्स-रे और सीटी स्कैन शामिल हैं। अगर रेडिएशन के जोखिम से बचना संभव नहीं है, तो उपचार के दौरान प्रोटेक्टिव मास्क और दस्ताने पहनें।
  • न्यूक्लियर मोतियाबिंद विकसित होने पर इसे खुद ठीक करने से बचें। इसके बजाय दृष्टि में सुधार के लिए जल्द अनुभवी आंखों के डॉक्टर से मिलें। कुछ मामलों में मोतियाबिंद को हटाने और दृष्टि सुधार के लिए सर्जरी की जरूरत होती है
  • नियमित आंखों की जांच एक अन्य उपाय है, जो न्यूक्लियर मोतियाबिंद से दृष्टि हानि को रोकने में मदद करता है। आंखों के डॉक्टर से नियमित परामर्श न्यूक्लियर मोतियाबिंद के निदान में बहुत फायदेमंद है। यह आपकी दृष्टि को गंभीर नुकसान पहुंचाता है, लेकिन शुरुआती पहचान और उपचार स्थिति के सबसे गंभीर नतीजों से बचने में आपकी मदद करते हैं।
  • आंखों को न्यूक्लियर मोतियाबिंद से बचाने के लिए आप खास आईवियर भी पहन सकते हैं। इनमें यूवी किरणों को रोकने वाले धूप के चश्मे और ब्लू-लाइट फिल्टर चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस शामिल हैं। यह हानिकारक नीली रोशनी का जोखिम कम करते हैं, जो न्यूक्लियर मोतियाबिंद का कारण बन सकते हैं।

अगर आपको न्यूक्लियर मोतियाबिंद का खतरा है, तो अपने आंखों के डॉक्टर से मिलें और स्थिति को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाएं। उचित सावधानी आपको गंभीर दृष्टि समस्या से बचने में मदद करती है, जिससे आपकी आंखें स्वस्थ रहती हैं।

निष्कर्ष – Conclusion In Hindi

न्यूक्लियर मोतियाबिंद गंभीर होते हैं और अनुपचारित छोड़ दिए जाने पर दृष्टि हानि का कारण बनते हैं। अगर आपको न्यूक्लियर मोतियाबिंद के लक्षण दिखाई देते हैं, तो निदान और उपचार के लिए तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना सुनिश्चित करें। इस प्रकार उचित उपचार से न्यूक्लियर मोतियाबिंद को प्रबंधित और दृष्टि को सुरक्षित किया जा सकता है। न्यूक्लियर मोतियाबिंद होने पर डॉक्टर धुंधले लेंस को हटाने और इसे आर्टिफिशियल लेंस से बदलने के लिए आपको सर्जरी का सुझाव दे सकते हैं। यह नियमित प्रक्रिया आमतौर पर स्पष्ट दृष्टि बहाल करने में सफल होती है। ऐसे में जल्द निदान और उपचार के साथ आप बेहतर दृष्टि का आनंद ले सकते हैं।

मोतियाबिंद सर्जरी एक सुरक्षित और दर्द रहित प्रक्रिया है। आई मंत्रा में हमारे पास अनुभवी आंखों के सर्जनों की एक टीम है, जो मोतियाबिंद सर्जरीमोतियाबिंद सर्जरी की कीमत, मोतियाबिंद सर्जरी के अलग-अलग प्रकारों के लिए मोतियाबिंद लेंस की कीमतफेकोइमल्सीफिकेशनएमआईसीएस और फेम्टो लेजर मोतियाबिंद पर आपके किसी भी सवाल का जवाब देने में सक्षम है। ज्यादा जानकारी के लिए हमें +91-9711116605 पर कॉल या [email protected] पर ईमेल करें।