अति परिपक्व मोतियाबिंद (हाइपरमैच्योर कैटरैक्ट): कारण और उपचार – Hypermature Cataract: Causes And Treatment In Hindi

अति परिपक्व मोतियाबिंद

अति परिपक्व मोतियाबिंद (हाइपरमैच्योर कैटरैक्ट) – Hypermature Cataract In Hindi

अति परिपक्व मोतियाबिंदअति परिपक्व मोतियाबिंद (हाइपरमैच्योर कैटरैक्ट) एक ऐसी स्थिति है, जिसके कारण आंख का प्राकृतिक लेंस अपारदर्शी हो जाता है। इस अस्पष्टता से कम दृष्टि सहित कई लक्षण पैदा हो सकते हैं। यह स्थिति आमतौर पर ग्लूकोमा जैसी किसी अन्य आंख की स्थिति के कारण विकसित होती है। अति परिपक्व मोतियाबिंद एक गंभीर स्थिति है और अनुपचारित छोड़ दिए जाने पर इससे अंधापन भी हो सकता है।

आपके लिए यह ध्यान रखना जरूरी है कि सभी मोतियाबिंद एक जैसे नहीं होते हैं। मोतियाबिंद के अलग-अलग प्रकार हैं और प्रत्येक प्रकार के लक्षणों और उपचार विकल्पों का अपना सेट होता है। यह अन्य प्रकार के मोतियाबिंदों की तुलना में अलग है, क्योंकि यह किसी अन्य आंख की स्थिति की वजह से होता है। इसके अलावा अन्य मोतियाबिंद की तुलना में अति परिपक्व मोतियाबिंद के लक्षण आमतौर पर ज्यादा गंभीर होते हैं। इसलिए, अति परिपक्व मोतियाबिंद को अलग उपचार की जरूरत होती है।

अगर आप अति परिपक्व मोतियाबिंद के कारण दृष्टि समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो तुरंत एक अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ से जांच करवाना जरूरी है। यह गंभीर आंख की स्थिति कई लक्षण पैदा कर सकती है और अनुपचारित छोड़ दिए जाने पर इससे अंधापन भी हो सकता है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम चर्चा करेंगे कि अति परिपक्व मोतियाबिंद क्या है। साथ ही आप जानेंगे कि इससे जुड़े लक्षणों का इलाज कैसे किया जाता है।

कारण – Causes In Hindi

अति परिपक्व मोतियाबिंद के विकास के लक्षण और कारण हमेशा स्पष्ट नहीं होते हैं। ज्यादातर मामलों में अति परिपक्व मोतियाबिंद ग्लूकोमा जैसी एक अन्य आंख की स्थिति की वजह से होता है। ग्लूकोमा एक ऐसी स्थिति है, जो ऑप्टिक तंत्रिका को नुकसान पहुंचाती है। यह नुकसान दृष्टि हानि सहित कई लक्षण पैदा कर सकता है। आपके लिए यह याद रखना जरूरी है कि अति परिपक्व मोतियाबिंद के सभी मामले ग्लूकोमा से संबंधित नहीं होते हैं। ऐसी अन्य स्थितियां हैं, जो अति परिपक्व मोतियाबिंद के विकास को जन्म दे सकती हैं। इसमें शामिल हैं:

  • डायबिटीज
  • उच्च रक्तचाप
  • कुछ दवाएं

इस स्थिति के विकास से जुड़े कुछ अन्य गैर-चिकित्सीय कारणों में शामिल हैं:

  • धूम्रपान
  • बहुत ज्यादा शराब का सेवन
  • पराबैंगनी प्रकाश से लंबे समय तक संपर्क
  • आहार में ज्यादा चीनी का सेवन

इन जोखिम कारकों से सावधान रहना जरूरी है, क्योंकि यह अति परिपक्व मोतियाबिंद के विकास की संभावना को बढ़ा सकते हैं।

लक्षण – Symptoms In Hindi

अति परिपक्व मोतियाबिंद के लक्षण स्थिति की गंभीरता के आधार पर अलग होते हैं। हालांकि, इस स्थिति वाले मरीजों को निम्नलिखित में से कुछ या सभी लक्षणों का अनुभव हो सकता है:

  • दृष्टि में कमी
  • धुंधली दृष्टि
  • रोशनी के आसपास चमकते घेरे और चकाचौंध
  • प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता में बढ़ोतरी
  • दोहरी दृष्टि

बताए गए लक्षण ग्लूकोमा जैसी अन्य आंखों की स्थिति से मिलते-जुलते हो सकते हैं। हालांकि, अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण अनुभव कर रहे हैं, तो अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना जरूरी है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि एक प्रशिक्षित डॉक्टर ही इस प्रकार के मोतियाबिंद का ठीक से निदान और उपचार कर सकते हैं। अति परिपक्व मोतियाबिंद और अन्य स्थितियों के बीच प्रमुख अंतर है कि यह मोतियाबिंद आमतौर पर दृष्टि में तेजी से कमी का कारण बनता है।

दुष्प्रभाव – Side Effects In Hindi

अति परिपक्व मोतियाबिंद विकसित होने के दुष्प्रभाव हल्के से मध्यम से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। इन प्रभावों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:

  • सूखी आंख: यह समस्या शरीर द्वारा पर्याप्त मात्रा में आंसू नहीं पैदा करने की वजह से हो सकती है।
  • जलन: आंख की सतह पर प्रोटीन बनने से आपकी आंखों में जलन हो सकती है।
  • आंखों में दर्द: यह आंख में सूजन की वजह से होता है।
  • सिरदर्द: इसका कारण आंख में दबाव बढ़ना हो सकता है।
  • मतली और उल्टी: जब ऑप्टिक तंत्रिका को नुकसान होता है, तो यह मतली और उल्टी का कारण बन सकते हैं।

इन लक्षणों के ज्यादा गंभीर रूपों में शामिल हैं:

  • अंधापन: गंभीर मामलों में अति परिपक्व मोतियाबिंद ऑप्टिक तंत्रिका को नुकसान पहुंचाकर अंधेपन का कारण बन सकता है।
  • आंख की सूजन: यह समस्या आंख की सतह पर प्रोटीन के प्रति शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया के कारण होती है।
  • रेटिनल डिटैचमेंट: यह तब हो सकता है, जब रेटिना आंख के पिछले हिस्से से अलग हो जाती है। अति परिपक्व मोतियाबिंद वाले लोगों के लिए यह स्थिति आंख में बढ़ते दबाव की वजह से सकती है।

यह दुष्प्रभाव आमतौर पर आंखों में बढ़े हुए दबाव का नतीजा होते हैं, जो अति परिपक्व मोतियाबिंद से होता है। अगर आप इनमें से किसी भी दुष्प्रभाव का अनुभव करते हैं, तो जल्द से जल्द एक अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना जरूरी है। यह लक्षण ज्यादा गंभीर स्थिति का संकेत हो सकते हैं। इसलिए, अति परिपक्व मोतियाबिंद का इलाज एक योग्य और अनुभवी आंखों के डॉक्टर द्वारा इलाज किया जाना चाहिए।

निदान – Diagnosis In Hindi

diagnosisआमतौर पर मोतियाबिंद के इस प्रकार का निदान एक व्यापक आंखों की जांच से शुरू होता है। इस परीक्षा के दौरान आंखों के डॉक्टर आपकी दृष्टि की जांच करते हैं और स्थिति के किसी भी लक्षण का पता लगाते हैं। इसके अलावा वह आपके चिकित्सा इतिहास और आपके द्वारा अनुभव किए जा रहे किसी भी लक्षण के बारे में भी पूछ सकते हैं। एक बार जब वह सभी जरूरी बातें जान जाते हैं, तो वह अति परिपक्व मोतियाबिंद का ठीक से निदान और उपचार योजना विकसित करने में सक्षम हो सकते हैं।

इस प्रकार के मोतियाबिंद का निदान करने के लिए डॉक्टर किस प्रकार के परीक्षणों का उपयोग करेंगे, यह आपके लक्षणों की गंभीरता पर निर्भर करता है। कुछ मामलों में इसका निदान एक साधारण दृष्टि परीक्षण से किया जा सकता है। हालांकि, अन्य मामलों में ज्यादा व्यापक आंखों की जांच जरूरी होती है। इसमें अल्ट्रासाउंड या सीटी स्कैन जैसे परीक्षण शामिल हो सकते हैं।

कुछ अन्य नैदानिक ​​उपकरण और परीक्षण में शामिल हैं:

  • विजुअल एक्विटी टेस्ट: इससे आंखों के डॉक्टर यह मापते हैं कि आप कितनी अच्छी तरह देख सकते हैं।
  • स्लिट लैम्प एक्ज़ामिनेशन: यह एक खास माइक्रोस्कोप है, जिसका उपयोग आपकी आंख की संरचनाओं को जांचने के लिए किया जाता है।
  • टोनोमेट्री: इस परीक्षण से आपकी आंख के अंदर दबाव को मापा जाता है।
  • प्युपिल डायलेशन: इससे आपके डॉक्टर को आंख के पिछले हिस्से को बेहतर ढंग से देखने में मदद मिलती है।

यह सभी अति परिपक्व मोतियाबिंद का निदान करने के लिए बहुत जरूरी हैं।

उपचार – Treatment In Hindi

traetmentमोतियाबिंद का उपचार आपके लक्षणों की गंभीरता और स्थिति की प्रोग्रेस पर निर्भर करेगा। कुछ मामलों में कोई उपचार जरूरी नहीं होता है। अगर आपके लक्षण हल्के हैं और आपको दृष्टि संबंधी कोई समस्या नहीं हो रही है, तो आपको नियमित जांच कराने की जरूरत हो सकती है।

हालांकि, ज्यादातर मामलों में आंख के लेंस को हटाने के लिए उपचार में सर्जरी शामिल होती है। इस सर्जरी को मोतियाबिंद निष्कर्षण (कैटरैक्ट एक्सट्रैक्शन) कहा जाता है। यह एक अपेक्षाकृत आसान और सीधी प्रक्रिया है, जिसे एक आउट पेशेंट सेटिंग में किया जा सकता है। ज्यादातर मामलों में इसे पूरा करने के लिए सर्जन को एक घंटे से भी कम समय लगता है।

सर्जरी के बाद आपको कुछ दिनों के लिए आंखों पर पट्टी बांधनी होती है। इसके अलावा इंफेक्शन को रोकने और उपचार को बढ़ावा देने में मदद के लिए आपको आईड्रॉप भी दिए जाते हैं। इस प्रकार ज्यादातर मामलों में मरीज कुछ हफ्तों के अंदर पूरी तरह से ठीक होने की उम्मीद कर सकते हैं।

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निष्कर्ष – Conclusion In Hindi

कुल मिलाकर अति परिपक्व मोतियाबिंद एक गंभीर आंख की स्थिति है। अनुपचारित छोड़ दिए जाने पर यह स्थिति अंधेपन का कारण भी बन सकती है। इसलिए, किसी भी लक्षण का अनुभव करने पर अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना जरूरी है। इस प्रकार शुरुआती निदान और उपचार से आपको आंखों की गंभीर समस्या से बचने में मदद मिल सकती है।

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