डायबिटीज संबंधी (डायबिटिक) मोतियाबिंद क्या है -What Is Diabetic Cataract In Hindi
डायबिटीज संबंधी मोतियाबिंद या डायबिटिक कैटरैक्ट एक जटिलता है, जो आमतौर पर डायबिटीज से पीड़ित लोगों में देखने को मिलती है। इसकी खासियत आंख के लेंस पर बनने वाले धुंधले धब्बे हैं, जो दृष्टि हानि का कारण बन सकते हैं। यह मोतियाबिंद का अन्य प्रकार है, जो सामान्य उम्र से संबंधित मोतियाबिंद के मुकाबले अलग होता है।
यह अनुमान लगाया गया है कि दुनिया भर में मोतियाबिंद के सभी मामलों का लगभग 12 प्रतिशत डायबिटीज संबंधी मोतियाबिंद है। डायबिटीज वाले बहुत से लोगों को इस स्थिति का पता नहीं होता है, जब तक कि नियमित आंखों की जांच के दौरान इसका पता नहीं चल जाता है। कभी-कभी इस स्थिति का निदान तब होता है, जब व्यक्ति दृष्टि से संबंधित समस्याओं का अनुभव करते हैं।
अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं, तो आपको यह मोतियाबिंद होने की अच्छी संभावना है। मोतियाबिंद को डायबिटीज की आम जटिलता माना जाता है। कई बार इलाज नहीं किए जाने पर डायबिटीज संबंधी मोतियाबिंद दृष्टि की गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम डायबिटीज संबंधी मोतियाबिंद के लक्षण, कारण और उपचार पर चर्चा करेंगे। साथ ही हम इन आंखों की जटिलताओं को रोकने के लिए आपको कुछ सुझाव भी देंगे।
यह कैसा दिखता है – How Does It Look Like In Hindi
मोतियाबिंद आंख के लेंस का एक धुंधलापन है। लेंस आईरिस यानी आंख के रंगीन हिस्से और पुतली यानी काले बिंदु के पीछे स्थित होता है। इससे रेटिना पर रोशनी को केंद्रित करने में मदद मिलती है, जो रोशनी को विद्युत संकेतों में बदलता है। यह संकेत मस्तिष्क को भेजे जाते हैं और छवियों के रूप में देखे जाते हैं। डायबिटीज संबंधी मोतियाबिंद उम्र बढ़ने के कारण होने वाले मोतियाबिंद से मिलता-जुलता है। आमतौर पर ज्यादा धीरे-धीरे बनने वाला यह मोतियाबिंद आपकी दोनों आंखों को प्रभावित करता है। डायबिटिक मोतियाबिंद वाले लोग अक्सर अपनी दृष्टि में तब तक कोई बदलाव नहीं देखते हैं, जब तक मोतियाबिंद अच्छी तरह से विकसित नहीं होता है।
उदाहरण के लिए, आप अपनी दृष्टि में तब तक बदलाव नहीं देख सकते जब तक कि मोतियाबिंद आपकी दृष्टि को धुंधला नहीं करता है। इसके अलावा आप दोहरी छवियां (डिप्लोपिया) देख सकते हैं या आपको चकाचौंध में परेशानी हो सकती है। यह खासतौर से रात के समय देखने को मिलता है। ऐसे में आपके लिए यह समझना जरूरी है कि मोतियाबिंद और डायबिटिक रेटिनोपैथी में अंतर होता है। डायबिटिक रेटिनोपैथी आंखों की एक अलग बीमारी है, जो डायबिटीज वाले लोगों में दृष्टि हानि का कारण बनती है। इसलिए, अगर आपको मोतियाबिंद का निदान किया जाता है, तो व्यापक रूप से फैली हुई आंखों की जांच करना जरूरी है, ताकि आपके नेत्र रोग विशेषज्ञ डायबिटिक रेटिनोपैथी जैसे अन्य आंखों की समस्याओं की जांच कर सकें।
डायबिटिक मोतियाबिंद के लक्षण – Symptoms Of Diabetic Cataracts In Hindi
डायबिटिक मोतियाबिंद का सबसे आम लक्षण धुंधली दृष्टि है। इसके अलावा आप नीचे दिए लक्षण भी नोटिस कर सकते हैं:
- धुंधली या फिल्मी दृष्टि
- रात के समय देखने में परेशानी
- रंगों को पहले की तरह साफ देखने में कठिनाई
- एक आंख में दोहरी दृष्टि
यह लक्षण अक्सर धीरे-धीरे हो सकते हैं। इसके अलावा यह पहली बार में ध्यान देने वाले नहीं होते हैं और समय के साथ खराब हो सकते हैं। अगर आपको डायबिटीज है, तो अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ से नियमित तौर पर परामर्श करना जरूरी है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि उपचार नहीं किए जाने या देरी करने पर डायबिटीज संबंधी मोतियाबिंद से दृष्टि हानि हो सकती है।
डायबिटिक मोतियाबिंद के कारण – Causes Of Diabetic Cataract In Hindi
डायबिटिक मोतियाबिंद का मतलब बताने के बाद अब हम इसके कारणों पर करीब से नज़र डालेंगे। डायबिटीज के दो मुख्य प्रकार हैं, जिसमें टाइप I और टाइप II डायबिटीज शामिल है। टाइप I डायबिटीज को जुवेनाइल-ऑनसेट या इंसुलिन-डिपेंडेंट डायबिटीज भी कहा जाता है। यह शरीर द्वारा इंसुलिन का उत्पादन करने में असमर्थता की वजह से होता है। जबकि, टाइप II डायबिटीज शरीर द्वारा इंसुलिन का ठीक से उपयोग करने में असमर्थता के कारण होता है।
टाइप I और टाइप II दोनों प्रकार के डायबिटीज मोतियाबिंद के इस प्रकार की वजह बन सकते हैं। इसीलिए, डायबिटिक मोतियाबिंद को डायबिटीज की सबसे आम जटिलता माना जाता है। डायबिटिक मोतियाबिंद आंख के लेंस को बनाने वाले प्रोटीन में बदलाव से जुड़ा है। असल में, रक्त शर्करा का स्तर मोतियाबिंद के विकास में अहम भूमिका निभाता है। डायबिटीज वाले लोगों के रक्त में शर्करा का स्तर सामान्य से ज्यादा होता है। यह आंख के लेंस में प्रोटीन को नुकसान पहुंचाता है और मोतियाबिंद का कारण बन सकता है। इसलिए, डायबिटिक मोतियाबिंद डायबिटीज की एक जटिलता है, जो उच्च रक्त शर्करा स्तर के कारण लेंस के प्रोटीन में बदलाव से होता है।
डायबिटिक मोतियाबिंद के दुष्प्रभाव – Side Effect Of Diabetic Cataract In Hindi
मोतियाबिंद को डायबिटीज की एक आम जटिलता माना जाता है। अध्ययनों के अनुसार, डायबिटीज वाले लोगों में बिना डायबिटीज वाले लोगों के मुकाबले मोतियाबिंद विकसित होने की संभावना 60 प्रतिशत ज्यादा होती है। यह अनुमान लगाया गया है कि 80 साल की उम्र तक डायबिटीज वाले सभी लोगों में आधे से ज्यादा लोगों को मोतियाबिंद है। यह तब विकसित होता है, जब आपकी आंख के लेंस को बनाने वाले प्रोटीन फाइबर को नुकसान होता है। यह नुकसान डायबिटीज से जुड़े रक्त शर्करा के स्तर में बदलाव के वजह से होता है।
इन बदलावों की वजह से समय के साथ आपकी आंख का लेंस धुंधला हो जाता है, जिससे आपके लिए देखना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अगर आपको डायबिटीज है, तो मोतियाबिंद के लिए नियमित रूप से अपनी आंखों की जांच करवाना जरूरी है। जल्द निदान किए जाने पर मोतियाबिंद का इलाज सर्जरी से संभव है। सर्जरी के दौरान खराब लेंस को हटाया जाता है और फिर एक साफ आर्टिफिशियल लेंस के साथ बदल दिया जाता है।
डायबिटिक मोतियाबिंद का उपचार – Treatment Of Diabetic Cataract In Hindi
डायबिटिक मोतियाबिंद का इलाज करने के लिए कुछ उपचार विकल्प हैं। इनमें से एक धुंधला लेंस हटाने के लिए सर्जरी करवाना है, जिसमें लेंस को साफ आर्टिफिशियल लेंस से बदलना शामिल है। इसे मोतियाबिंद सर्जरी कहते हैं, जो आमतौर पर बहुत सफल होती है। इसके अलावा किसी भी गंभीर जटिलता से बचने के लिए आपको नियमित आंखों की जांच करवानी चाहिए। इससे डॉक्टर आपकी दृष्टि में किसी भी बदलाव का जल्द निदान और समस्या का इलाज कर सकते हैं।
मोतियाबिंद सर्जरी डायबिटिक मोतियाबिंद के लिए ठीक उसी तरह काम करती है जैसे वह बिना डायबिटीज वाले मोतियाबिंद के लिए करती है। इसमें सर्जन आपकी आंख में छोटा चीरा लगाकर धुंधले लेंस को हटा देते हैं। इसके बाद वह धुंधले लेंस को साफ आर्टिफिशियल लेंस के साथ बदलते हैं। यह सर्जरी बहुत सफल है, लेकिन नियमित रूप से आंखों की जांच करवाना जरूरी है, ताकि आपका डॉक्टर आपकी दृष्टि में किसी भी बदलाव को जल्दी ही पकड़ सके। इसके अलावा कुछ चीजें हैं, जो आप डायबिटिक मोतियाबिंद को रोकने या उसकी प्रगति को धीमा करने में मदद करने के लिए कर सकते हैं। इनमें शामिल हैं:
- रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखना।
- नियमित रूप से व्यापक फैली हुई आंखों की जांच कराना।
- डायबिटीज और इसकी जटिलताओं के उपचार के लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ की सिफारिशों का पालन करना।
- आंखों को सूरज की पराबैंगनी किरणों से बचाने के लिए बाहर जाते समय धूप का चश्मा और टोपी पहनना।
- धूम्रपान छोड़ना।
अगर आपको डायबिटिक मोतियाबिंद है, तो उपचार विकल्पों के बारे में डॉक्टर से बात करें। ऐसी कई चीजें हैं, जो आप उन्हें रोकने या उनकी प्रगति को धीमा करने में मदद के लिए कर सकते हैं। इस तरह नियमित आंखों की जांच और अच्छे रक्त शर्करा नियंत्रण से आप आने वाले कई वर्षों तक अपनी दृष्टि को सफ रख सकते हैं।
क्या मधुमेह मोतियाबिंद इलाज संभव है – Is Diabetic Cataract Curable In Hindi
डायबिटीज संबंधी मोतियाबिंद को सर्जरी से ठीक किया जा सकता है, लेकिन इसका जल्द निदान और उपचार किया जाना जरूरी है। अगर आप बहुत लंबा इंतजार करते हैं, तो मोतियाबिंद सख्त हो जाएगा और निकालना कठिन हो जाएगा। इसके लिए सर्जन दो प्रकार की सर्जरी का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें फेकोइमल्सीफिकेशन और एक्स्ट्राकैप्सुलर शामिल हैं।
- फेकोइमल्सीफिकेशन सबसे आम प्रकार की सर्जरी है, जो ध्वनि तरंगों का उपयोग करती है। फिर, सर्जन मोतियाबिंद को तोड़ते हैं और उसे बाहर निकालते हैं। इस प्रकार की सर्जरी में मरीज को जल्दी ठीक होने में समय लगता है।
- एक्स्ट्राकैप्सुलर दूसरी सबसे आम सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें मोतियाबिंद को हटाने के लिए आंख में एक बड़ा चीरा लगाना शामिल है। इस प्रकार की सर्जरी में रिकवरी का समय ज्यादा ज्यादा होता है, लेकिन मोतियाबिंद बड़ा या कठोर होने पर यह जरूरी हो सकता है।
सर्जरी के बाद आपको आई ड्रॉप का उपयोग करने की जरूरत होती है। इस दौरान आपको अपनी आंखों रगड़ने या छूने से बचने जैसी आंखों की देखभाल की सलाह दी जाती है। साथ ही आपको कम से कम एक हफ्ते के लिए ज़ोरदार गतिविधि करने और धूप से भी बचना चाहिए। अगर आपको डायबिटीज है, तो डायबिटीज संबंधी मोतियाबिंद के विकास या उसे खराब होने से बचाने के लिए अपने रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखना जरूरी है। इसके अलावा आपको नियमित रूप से आंखों की जांच भी करवानी चाहिए। इससे सर्जन को आपकी दृष्टि में किसी भी बदलाव का जल्द पता लगाने में मदद मिलती है। कुल मिलाकर सही सुझाव और उपचार के साथ डायबिटीज से संबंधित मोतियाबिंद का इलाज किया जा सकता है।
निष्कर्ष – Conclusion In Hindi
डायबिटीज संबंधी मोतियाबिंद एक गंभीर जटिलता है, जिससे दृष्टि हानि हो सकती है। ऐसे में आपकी दृष्टि को बनाए रखने के लिए शुरुआती निदान और उपचार जरूरी है। हालांकि, आहार, व्यायाम और दवा की मदद से डायबिटीज किया जा सकता है। इसके अलावा अगर आपको या आपके किसी जानकार को डायबिटीज है, तो मोतियाबिंद और अन्य जटिलताओं की रोकथाम के लिए नियमित रूप से आंखों की जांच करवाना जरूरी है। सर्जरी से मोतियाबिंद का इलाज संभव है, लेकिन रक्त शर्करा को नियंत्रित किए बिना डायबिटीज को ठीक नहीं किया जा सकता है। इस प्रकार उचित उपचार से आप डायबिटीज के साथ एक लंबा और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
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