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केंद्रीय मोतियाबिंद (सैंट्रल कैटरैक्ट): लक्षण, कारण और उपचार – Central Cataract: Symptoms, Causes And Treatment In Hindi

केंद्रीय मोतियाबिंद (सैंट्रल कैटरैक्ट) क्या है – What Is Central Cataracts In Hindi

केंद्रीय मोतियाबिंद यानी सैंट्रल कैटरैक्ट को बीच की दृष्टि में धुंधलापन कहते हैं। इससे प्रभावित हिस्सा आमतौर पर पहले छोटा होता है। हालांकि, समय के साथ यह धीरे-धीरे बड़ा हो जाता है। इस प्रकार का मोतियाबिंद धीरे-धीरे और दर्द रहित रूप से विकसित होता है। इसे मोतियाबिंद का सबसे आम प्रकार माना जाता है।

आमतौर पर यह आपकी आंख के लेंस में बदलाव के कारण होता है। आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि मोतियाबिंद संक्रामक नहीं है। साथ ही इसे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलाया जा सकता है। मोतियाबिंद के कई अलग-अलग प्रकार हैं, जिनमें से प्रत्येक के अपने लक्षण और उपचार विकल्प होते हैं। अध्ययनों के अनुसार, केंद्रीय मोतियाबिंद मोतियाबिंद का सबसे आम प्रकार है। यह अक्सर धीरे-धीरे और दर्द रहित रूप से विकसित होता हैा। इस प्रकार का मोतियाबिंद ज्यादातर बुजुर्गों को प्रभावित करता है। हालांकि, केंद्रीय मोतियाबिंद उन छोटे बच्चों और वयस्कों में भी हो सकता है, जिनकी कुछ चिकित्सीय स्थितियां हैं या जो कुछ चिकित्सा प्रक्रियाओं से गुज़रे हैं।

अगर आप या आपके कोई परिचित केंद्रीय मोतियाबिंद से पीड़ित हैं, तो बिना देर किए चिकित्सा सहायता लेना जरूरी है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि अनुपचारित छोड़ दिए जाने पर यह गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। हालांकि, शुरुआती निदान और उपचार की मदद से केंद्रीय मोतियाबिंद वाले बहुत से लोग सामान्य और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। मोतियाबिंद आंख में लेंस का एक धुंधलापन है, जो आपकी दृष्टि को प्रभावित करता है। इसे दुनिया में अंधेपन और दृष्टि हानि के सबसे आम कारणों में से एके माना जाता है। मोतियाबिंद तीन प्रकार के होते हैं: न्यूक्लियर, कॉर्टिकल और पोस्टीरियर सबकैप्सुलर। इस ब्लॉग पोस्ट में हम केंद्रीय मोतियाबिंद पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जो एक प्रकार का न्यूक्लियर मोतियाबिंद है। साथ ही हम केंद्रीय मोतियाबिंद के कारणों, लक्षणों और उपचार के विकल्पों पर भी चर्चा करेंगे।

केंद्रीय मोतियाबिंद के लक्षण – Symptoms Of Central Cataracts In Hindi

इस प्रकार के मोतियाबिंद से संबंधित सबसे आम लक्षण धुंधली दृष्टि है। जबकि, अन्य लक्षणों में नीचे दिए गए विकल्प शामिल हो सकते हैं:

रात के समय देखने में कठिनाई

केंद्रीय मोतियाबिंद के मरीजों के लिए रोशनी के चारों चरफ चकाचौंध और चमकते घेरे का अनुभव करना भी सामान्य नहीं है। उन्हें रात के समय देखने में कठिनाई होती है और गंभीर मामलों में दोहरी दृष्टि का अनुभव भी हो सकता है।

रोशनी के चारों तरफ चमकते घेरे और चकाचौंध

यह केंद्रीय मोतियाबिंद का सबसे आम लक्षण है। इससे पीड़ित लोगों को प्रकाश बहुत उज्ज्वल लगता है। इसके अलावा उन्हे रोशनी के चारों तरफ चमकते घेरे और चकाचौंध दिख सकती है। उदाहरण के लिए, जब आप रात में गाड़ी चला रहे हों, तो आने वाली हेडलाइट्स बहुत ज्यादा चमकीली महसूस हो सकती है।

एक आंख में दोहरी दृष्टि

केंद्रीय मोतियाबिंद के दौरान दोहरी दृष्टि की समस्या बहुत आम है। ऐसा तब होता है जब रोशनी मोतियाबिंद से टकराती है और फिर दो अलग-अलग दिशाओं में रिफ्रेक्ट हो जाती है। इससे पीड़ित लोगों को एक के बजाय दो चित्र दिखाई देते हैं। यह बहुत निराशाजनक हो सकता है, खासकर अगर यह आपकी प्रमुख आंख है।

रंगों का फीका या पीला दिखना

यह लक्षण लेंस में प्रोटीन बनने की वजह से होता है। प्रोटीन रोशनी के कुछ रंगों को अवशोषित करते हैं, जिससे आपके लिए उन रंगों को साफतौर से देखना मुश्किल हो जाता है।

धुंधली दृष्टि

धुंधली दृष्टि केंद्रीय मोतियाबिंद का सबसे आम लक्षण है। यह तब होता है, जब मोतियाबिंद उस रोशनी में हस्तक्षेप करता है, जो इससे गुजरने की कोशिश कर रहा है। इससे आपके लिए स्पष्ट रूप से देखना मुश्किल हो जाता है, फिर भले ही आपने चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस पहना हो।

यह कुछ सामान्य लक्षण हैं, जो आपको केंद्रीय मोतियाबिंद के कारण अनुभव हो सकते हैं। अगर आप इनमें से किसी का अनुभव कर रहे हैं, तो जल्द से जलमद एक अनुभवी आंखों के डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। इससे उन्हें आपके लिए उपचार का सबसे अच्छा तरीका निर्धारित करने में मदद मिल सकती है।

केंद्रीय मोतियाबिंद के कारण – Causes Of Central Cataracts In Hindi

इस मोतियाबिंद के लिए कई संभावित कारक जिम्मेदार हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • बुढ़ापा: यह केंद्रीय मोतियाबिंद का सबसे आम कारण है। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती हैं, हमारी आंख के लेंस में मौजूद प्रोटीन टूटने लगते हैं और आपस में चिपक जाते हैं। इससे आपकी आंख का लेंस धुंधला हो जाता है, जो अनुपचारित छोड़ दिए जाने पर अंधेपन का कारण बन सकता है।
  • डायबिटीज: इससे पीड़ित लोगों में मोतियाबिंद के विकास की संभावना ज्यादा होती है। यह खासतौर से उन लोगों में देखने को मिलता है, जिनका रक्त शर्करा स्तर अच्छी तरह से नियंत्रित नहीं है।
  • धूम्रपान: यह आपकी आंखों के लेंस को नुकसान पहुंचाता है और मोतियाबिंद के विकास का जोखिम बढ़ा सकता है।
  • लंबे समय तक पराबैंगनी प्रकाश से संपर्क: सूरज या बैड टैनिंग से यूवी प्रकाश के बहुत ज्यादा संपर्क के कारण मोतियाबिंद होने का खतरा बढ़ सकता है।
  • पिछली आंख की चोट या सर्जरी: आपकी आंख की पिछली चोट या आपकी आंख की सर्जरी भी केंद्रीय मोतियाबिंद के विकास का आपका जोखिम बढ़ा सकती है। उदाहरण के लिए, मोतियाबिंद की सर्जरी।
  • कुछ दवाएं: स्टेरॉयड जैसी कुछ दवाएं आपके मोतियाबिंद के विकास के आपके जोखिम को बढ़ावा दे सकती हैं।

केंद्रीय मोतियाबिंद के कारण और जोखिम कारक अन्य प्रकार के मोतियाबिंदों से मिलते- जुलते हैं। ज्यादातर मामलों में केंद्रीय मोतियाबिंद धीरे-धीरे विकसित होता है, इसीलिए शुरुआत में यह कोई लक्षण पैदा नहीं करता है। हालांकि, जैसे-जैसे मोतियाबिंद बढ़ता है, यह आपकी दृष्टि को प्रभावित करना शुरू कर सकता है। कई बार एक खास घटना या जीवनशैली भी आपको केंद्रीय मोतियाबिंद के विकास की तरफ ले जाती है। इसके अलावा यह कई अलग-अलग कारकों का एक संयोजन है। इसलिए, आपको अपनी आंखों को मोतियाबिंद के सभी संभावित कारणों से बचाने के लिए कदम उठाने चाहिए।

केंद्रीय मोतियाबिंद का निदान – Diagnosis Of Central Cataracts In Hindi

आमतौर पर डॉक्टर केंद्रीय मोतियाबिंद का निदान एक खास माइक्रोस्कोप के उपयोग से आंख की जांच करके करते हैं। इस दौरान डॉक्टर लेंस में बदलाव की तलाश करते हैं, जो केंद्रीय मोतियाबिंद के लिए खास है। ऐसे ही कुछ अन्य बदलावों में शामिल हैं:

  • लेंस के केंद्र में एक काला या काला धब्बा
  • लेंस की स्पष्टता में कमी
  • लेंस का पीला पड़ना

ऐसा माना जाता है कि इस मोतियाबिंद के निदान में एक विधि शामिल है. जो लेंस में होने वाले बदलावों का मूल्यांकन कर सकती है। मोतियाबिंद के घनत्व को I से IV के पैमाने पर बांटा जा सकता है, जिसमें ग्रेड I सबसे कम घना और ग्रेड IV सबसे घना है। इसके अलावा कुछ तरीके यह निर्धारित करने में मदद कर सकते हैं कि मोतियाबिंद दृष्टि की समस्या पैदा कर रहा है या नहीं। इसमें शामिल हैं:

  • विजुअल एक्विटी टेस्ट: यह जांच मापती है कि आप अलग-अलग दूरी पर कितनी अच्छी तरह देखते हैं।
  • स्लिट-लैंप एक्जामिनेशन: यह परीक्षण लेंस सहित आपकी आंख के सामने देखने के लिए एक खास माइक्रोस्कोप का उपयोग करता है।

अगर आपको दृष्टि में कोई भी बदलाव महसूस होता है, तो आपके लिए जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। इससे उन्हें यह निर्धारित करने में मदद मिल सकती है कि आपको मोतियाबिंद है या नहीं।

सेंट्रल मोतियाबिंद का उपचार – Treatment Of Central Cataracts In Hindi

मोतियाबिंद कितना एडवांस है, इस पर निर्भर करते हुए केंद्रीय मोतियाबिंद का इलाज करने के कुछ तरीके हैं।

  • अगर मोतियाबिंद अपने शुरुआती चरण में है, तो डॉक्टर आपके चश्मे के प्रस्क्रिप्शन में बदलाव की सिफारिश कर सकते हैं। इससे आपकी दृष्टि में सुधार और सर्जरी की जरूरत में देरी करने में मदद मिल सकती है। मोतियाबिंद को हटाने का एकमात्र तरीका सर्जरी है। यह आमतौर पर मोतियाबिंद बढ़ने और आपकी दृष्टि को ज्यादा गंभीर रूप से प्रभावित करने पर निर्धारित की जाती है।
  • अगर आपको सर्जरी की जरूरत है, तो इसके लिए कुछ अलग विकल्प उपलब्ध हैं। सबसे आम प्रकार की सर्जरी को फेकोइमल्सीफिकेशन कहा जाता है। यह मोतियाबिंद को तोड़ने के लिए अल्ट्रासाउंड तरंगों का उपयोग करती है, ताकि इसे हटाया जा सके। इस प्रकार की सर्जरी आमतौर पर एक आउट पेशेंट के आधार पर की जाती है। इसका मतलब है कि आपको रात भर अस्पताल में नहीं रहना पड़ेगा।
  • एक अन्य उपचार विकल्प को एक्स्ट्राकैप्सुलर सर्जरी कहते हैं। इसमें आंख के अंदर एक बड़ा चीरा लगाना शामिल है, ताकि मोतियाबिंद को एक टुकड़े में हटाया जा सके। इस प्रकार की सर्जरी आमतौर मोतियाबिंद बहुत ज्यादा एडवांस होने पर की जाती है।
  • सर्जरी के बाद आपको दृष्टि सुधार में मदद के लिए चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस पहनने की जरूरत पड़ सकती है। कुछ मामलों में किसी भी बची हुई अपवर्तक त्रुटि में सुधार के लिए आपको दूसरी सर्जरी कराने की जरूरत भी हो सकती है।

अगर आपके पास केंद्रीय मोतियाबिंद है, तो सबसे बेहतर उपचार विकल्पों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करना जरूरी है। मोतियाबिंद को हटाने का एकमात्र तरीका सर्जरी है, लेकिन यह हमेशा जरूरी नहीं होती है। ऐसे में आप अपने मोतियाबिंद की गंभीरता के आधार पर चश्मे के प्रस्क्रिप्शन में बदलाव या कॉन्टैक्ट लेंस के उपयोग से दृष्टि में सुधार कर सकते हैं।

निष्कर्ष Conclusion In Hindi

केंद्रीय मोतियाबिंद को अक्सर केंद्रीय दृष्टि के धुंधलेपन के रूप में परिभाषित किया जाता है। यह आमतौर पर सूरज से पराबैंगनी किरणों के लंबे समय तक संपर्क में रहने से होता है। इसके अलावा यह मोतियाबिंद उम्र बढ़ने से भी जुड़े होते हैं। केंद्रीय मोतियाबिंद आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होते हैं, जिसमें कोई दर्द महसूस नहीं होता है। अगर अनुपचारित छोड़ दिया जाता है, तो केंद्रीय मोतियाबिंद अंधेपन का कारण बन सकता है। इसलिए, मोतियाबिंद होने पर आपको जल्द से जल्द किसी अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।

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Rekha