मोतियाबिंद (कैटरैक्ट) क्या है – What Is Cataract In Hindi
आमतौर पर मोतियाबिंद (कैटरैक्ट) की रोकथाम के तरीके जानने से पहले यह समझना जरूरी है कि आंख के लेंस का धुंधलापन मोतियाबिंद है। आपकी आंख का रंगीन हिस्सा (आईरिस) और आंख का काला केंद्र (पुतली) लेंस के पीछे स्थित होते हैं। इससे आपके रेटिना में प्रकाश को केंद्रित करने में मदद मिलती है।
रेटिना आंख के पीछे मौजूद प्रकाश के प्रति संवेदनशील ऊतक है। धुंधला होने पर लेंस प्रकाश को रेटिना में ठीक से जाने से रोकता है। इससे दृष्टि धुंधली होती है, जो आगे चलकर अंधेपन का कारण भी बन सकती है। बढ़ती उम्र के साथ मोतियाबिंद होना बहुत आम है, लेकिन 80 साल की उम्र तक सभी वयस्कों में आधे से ज्यादा लोगों को मोतियाबिंद होता है। इस प्रकार मोतियाबिंद सिर्फ उम्र बढ़ने का एक हिस्सा नहीं है, क्योंकि यह अन्य कारकों से भी हो सकता है। इन कारकों में धूम्रपान, डायबिटीज, कुछ दवाएं और पराबैंगनी प्रकाश (यूवी लाइट) के लंबे समय तक संपर्क में आना शामिल हैं।
मोतियाबिंद के लक्षण – Symptoms Of Cataract In Hindi
मोतियाबिंद के लक्षण आपके इसके प्रकार पर आधारित होने के कारण अलग होते हैं। कुछ सबसे सामान्य लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं:
- धुंधली या असपष्ट दृष्टि
- रंगों का फीका दिखना
- रोशनी से चकाचौंध
- रात के समय दृष्टि की समस्या
- एक आंख में दोहरी दृष्टि
अगर आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव कर रहे हैं, तो जल्द से जल्द एक आंखों के डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। वह आपकी स्थिति का निदान करने में सक्षम हैं। साथ ही वह उपचार के सबसे बेहतर विकल्प का सुझाव दे सकते हैं।
क्या आप जानते हैं कि मोतियाबिंद दुनिया में अंधेपन के सबसे प्रमुख कारणों में से एक है? अगर नहीं, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसमें हम कुछ ऐसे तरीकों पर चर्चा करेंगे, जिससे आप मोतियाबिंद को विकसित होने से रोक सकते हैं। साथ ही इन तरीकों से आपको अपनी आंखों को स्वस्थ और साफ रखने में भी मदद मिल सकती है। आमतौर पर मोतियाबिंद तब होता है, जब आपकी आंख का लेंस धुंधला हो जाता है। इससे आपकी दृष्टि कम हो सकती है। जबकि, कुछ मामलों में अंधेपन का कारण भी बन सकता है। मोतियाबिंद की रोकथाम को बढ़ाने के लिए आप कई चीजें कर सकते हैं, जिससे इन समस्याओं को होने का रोका जा सकता है।
क्या मोतियाबिंद को रोका जा सकता है – Can Cataracts Be Prevented In Hindi
मोतियाबिंद की रोकथाम से पहले आपको यह जानना जरूरी है कि क्या उन्हें रोका जा सकता है। दरअसल, ऐसा कोई निश्चित तरीका नहीं है, जिससे मोतियाबिंद को विकसित होने से रोका जा सकता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि वह अलग-अलग कारकों के कारण हो सकते हैं, जिनमें से कई हमारे नियंत्रण से बाहर हैं। इसके अलावा बढ़ती उम्र के साथ हमें मोतियाबिंद विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है।
मोतियाबिंद से बचाव नहीं कर पाने के कुछ अन्य कारणों में शामिल हैं:
- आपकी आंख की पिछली चोट बाद में मोतियाबिंद विकसित होने के जोखिम को बढ़ा सकती है।
- मोतियाबिंद जन्म के समय मौजूद हो सकता है या आपके परिवार में इसका आनुवंशिक इतिहास हो सकता है।
- अगर आपके पास डायबिटीज जैसी अन्य स्वास्थ्य स्थितियां हैं, तो इससे भी आपको मोतियाबिंद होने का खतरा बढ़ा जाता है।
आमतौर पर मोतियाबिंद को होने से रोका नहीं जा सकता है, लेकिन कुछ तरीकों से आप इसके विकसित होने का जोखिम कम कर सकते हैं। साथ ही इससे आपको उनकी प्रगति में ज्यादा देरी करने में भी मदद मिलती है।
मोतियाबिंद की रोकथाम के तरीके – Ways Of Cataract Prevention In Hindi
इस प्रकार मोतियाबिंद एक सामान्य स्थिति है, जो आमतौर पर उम्र के साथ होती है। इसके बाद हम मोतियाबिंद की रोकथाम सुनिश्चित करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। हमने आपको पहले भी बताया है कि मोतियाबिंद को रोकने का कोई निश्चित तरीका नहीं है। हालांकि, इसके विकसित होने का जोखिम कम करने के लिए आप कई तरीके आज़मा सकते हैं। इसमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
धूप के चश्मे का इस्तेमाल
धूप के चश्मे का इस्तेमाल करने से आपको मोतियाबिंद की रोकथाम करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा यह आपकी आंखों की देखभाल के लिए भी बहुत फायदेमंद है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि धूप का चश्मा आपकी आंखों को हानिकारक यूवी किरणों से बचाने में मदद करता है। इसके लिए ऐसे धूप के चश्मे की तलाश करें, जिनमें 100 प्रतिशत यूवी सुरक्षा हो। हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि यह महंगे हों। मोतियाबिंद को रोकने के लिए आप सस्ता धूप का चश्मा भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जो अभी भी अच्छी यूवी सुरक्षा प्रदान करते हैं।
जीवनशैली में बदलाव
हम सभी जानते हैं कि जीवनशैली के विकल्प हमारे स्वास्थ्य को कई तरह से प्रभावित कर सकते हैं। इस प्रकार यह आंखों के स्वास्थ्य पर भी लागू होता है। जीवनशैली से संबंधित कुछ ऐसे बदलाव हैं, जो मोतियाबिंद के विकास का जोखिम कम करने में फायदेमंद हो सकते हैं। उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
नियमित रूप से व्यायाम करना- व्यायाम और आंखों का स्वास्थ्य आपस में जुड़े हुए हैं। व्यायाम रक्त परिसंचरण में सुधार और पूरे शरीर में सूजन को कम करने में मदद करता है। आमतौर पर दोनों ही हमारी आंखों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। इस प्रकार अगर आप पर्याप्त व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करते हैं, तो इससे आपको मोतियाबिंद विकसित होने का जोखिम कम करने में मदद मिल सकती है।
स्वस्थ आहार का सेवन- आंखों के स्वास्थ्य सहित कई कारणों से स्वस्थ आहार जरूरी माने जाते हैं। बहुत सारे फल और सब्जियों का सेवन मोतियाबिंद का विकास का जोखिम कम करने में फायदेमंद दिखाया गया है। कुछ खाद्य पदार्थों को आपकी आंखों के लिए अच्छा माना जाता है, जिनमें शामिल हैं:
- पालक और केल जैसी पत्तेदार हरी सब्जियां
- संतरा और अंगूर जैसे खट्टे फल
- सैल्मन और टूना जैसी मछली
- बीन्स, मटर, और दाल
- नट्स और बीज
धूम्रपान से परहेज- आंखों में मोतियाबिंद के विकास का जोखिम रोकने के लिए आपको धूम्रपान से भी बचना चाहिए। ऐसा इसलिए है, क्योंकि धूम्रपान से मोतियाबिंद होने खतरा दोगुना हो जाता है। अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छोड़ना सबसे अच्छी चीजों में से एक है। इससे आंखों के साथ-साथ आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी मदद मिल सकती है।
यह जीवनशैली में किये जाने वाले कुछ ऐसे बदलाव हैं, जिन्हें आप मोतियाबिंद के विकास का जोखिम कम करने के लिए आज़मा सकते हैं।
रक्त शर्करा स्तर का नियंत्रण
डायबिटीज मोतियाबिंद के विकास के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है। ऐसे में अगर आपको डायबिटीज है, तो अपने रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रण में रखना आपके लिए बहुत जरूरी है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि उच्च रक्त शर्करा का स्तर आपके लेंस में प्रोटीन को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे मोतियाबिंद होने की संभावना बढ़ सकती है।
आप कुछ तरीकों की मदद से अपने रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रण में रख सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- स्वस्थ आहार का सेवन
- नियमित रूप से व्यायाम करना
- डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाएं लेना
इसके अलावा कुछ अन्य स्वास्थ्य पहलू हैं, जिन्हें समग्र आंखों के स्वास्थ्य और मोतियाबिंद की रोकथाम के लिए जरूरी माना जाता हैं। इनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
- तनाव के स्तर की निगरानी
- रक्तचाप का प्रबंधन
- पर्याप्त नींद लेना
ऐसा करने से मोतियाबिंद या किसी अन्य आंखों की स्थिति विकसित होने का खतरा कम किया जा सकता है।
नियमित जांच
मोतियाबिंद की रोकथाम के लिए किसी अनुभवी डॉक्टर द्वारा आंखों की नियमित जांच करवाना जरूरी है। अगर आपकी उम्र बढ़ रही है, तो ऐसा करना खासतौर से जरूरी है। इस तरह वह आपके स्वास्थ्य में होने वाले किसी भी बदलाव पर नज़र रख सकते हैं। साथ ही इससे किसी भी समस्या को समय रहते डायग्नोस करने में भी मदद मिलती है। इसीलिए, आपको हर एक से दो साल में आंखों की जांच कराने की सलाह दी जाती है। इस तरह आंखों के डॉक्टर आपकी दृष्टि में किसी भी बदलाव की जांच करके मोतियाबिंद या अन्य समस्याओं के लक्षण देख सकते हैं। हालांकि, मोतियाबिंद के विकास की रोकथाम के लिए आप कुछ तरीके आज़मा सकते हैं, जिनमें शामिल हैं-
आईड्रॉप का इस्तेमाल
आर्टिफिशियल टियर्स का इस्तेमाल करने से आपकी आंखों को स्वस्थ रहने और चिकनाई बनाए रखने में मदद मिल सकती है। अगर आप सूखी आंखों की समस्या यानी ड्राई आई सिंड्रोम से पीड़ित हैं, तो यह खासतौर से जरूरी है। इसके अलावा एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के साथ कुछ खास आईड्रॉप भी हैं, जो मोतियाबिंद के विकास का आपका जोखिम कम करने में फायदेमंद हो सकते हैं। आप नीचे दिए गए विकल्पों का इस्तेमाल करने की कोशिश कर सकते हैं, जैसे:
- स्टेरॉयड आईड्रॉप
- नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी (एनएसएआईडी) आईड्रॉप
- एंटीऑक्सीडेंट आईड्रॉप
किसी भी संभावित समस्या से बचाव के लिए आईड्रॉप की बोतल पर दिए गए निर्देशों का पालन करना जरूरी है। इसके अलावा आपको इन ड्रॉप्स को निर्देशों से ज्यादा बार उपयोग नहीं करने की सलाह दी जाती है।
कॉन्टैक्ट लेंस पहनना
कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से आपको मोतियाबिंद विकसित होने का जोखिम कम करने में मदद मिल सकती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि यह आपकी आंखों को हानिकारक यूवी किरणों से बचाने में मदद करते हैं। अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं, तो यूवी सुरक्षा वाले लेंसों का उपयोग करना सुनिश्चित करें। इसके अलावा ज्यादा सुरक्षा के लिए अपने कॉन्टैक्ट लेंसों पर धूप का चश्मा पहनना भी एक अच्छा विचार हो सकता है।
हालांकि हम मोतियाबिंद को होने से नहीं रोक सकते हैं, लेकिन बताए गए सभी बेहतरीन तरीकों से मोतियाबिंद के विकास का जोखिम कम किया जा सकता है। इसके अलावा अगर आपको पहले से ही मोतियाबिंद है, तो इन सुझावों से मोतियाबिंद को खराब होने से रोकने में मदद मिल सकती है।
निष्कर्ष – Conclusion In Hindi
कुल मिलाकर मोतियाबिंद की रोकथाम एक जटिल और कठिन काम है, जिसका कोई निश्चित उपाय नहीं है। हालांकि, जरूरी सावधानियों और सुझावों से आप मोतियाबिंद के विकास या उनकी प्रोग्रेस को बढ़ाने का जोखिम कम कर सकते हैं। इस प्रकार आंखों के अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए मोतियाबिंद की रोकथाम करना जरूरी है। साथ ही आपको अपने डॉक्टर से नियमित संपर्क और देखभाल के लिए उनके निर्देशों का पालन करना चाहिए।
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