इस प्रकार का मोतियाबिंद आंख के लेंस पर छोटे और सफेद धब्बे बनने की खासियत है। यह धब्बे बढ़ते हैं और दृष्टि को अस्पष्ट बनाने वाले धुंधले हिस्से का निर्माण करते हैं। रूबेला मोतियाबिंद द्विपक्षीय होते हैं, जिसका मतलब इससे आपकी दोनों आंखों का प्रभावित होना है। हालांकि, यह एकतरफा भी हो सकते हैं और सिर्फ आपकी एक आंख को प्रभावित करते हैं। रूबेला मोतियाबिंद तब विकसित होता है, जब वायरस आंख के लेंस को संक्रमित करता है। यह वायरस लेंस की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे छोटे सफेद धब्बे बनते हैं।
रूबेला मोतियाबिंद के लिए कोई खास उपचार नहीं है, लेकिन सर्जरी से आपकी दृष्टि में सुधार संभव है। इसके अलावा ज्यादा उपचार विकल्पों के लिए आप एक पेशेवर डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। रूबेला मोतियाबिंद एक दुर्लभ आंख की स्थिति है, जो रूबेला वायरस के कारण होती है। अनुपचारित छोड़ दिए जाने पर यह दृष्टि हानि और अंधेपन की समस्या पैदा कर सकती है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम रूबेला मोतियाबिंद के लक्षण, उपचार और निदान सहित कई जरूरी बातों पर चर्चा करेंगे।
अगर आप रुबेला मोतियाबिंद से पीड़ित हैं, तो शुरुआती अवस्था में लक्षणों की पहचान करना मुश्किल हो सकता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि यह लक्षण काफी छोटे हो सकते हैं। हालांकि, कुछ सामान्य संकेतों में शामिल हैं:
यह आमतौर पर सबसे पहला लक्षण है, जिसकी मदद से रुबेला मोतियाबिंद की पहचान की जा सकती है। आमतौर पर माता-पिता द्वारा यह लक्षण तब देखा जाता है, जब उनके बच्चे को पढ़ने या अन्य करीबी काम करने में कठिनाई होती है। साथ ही उनके लिए कम रोशनी में देखना भी मुश्किल हो सकता है।
मोतियाबिंद के विकसित होने पर आपको पुतली के ऊपर एक सफेद फिल्म का अहसास होने लगता है। इससे दृष्टि पहले से ज्यादा धुंधली हो सकती है। उदाहरण के लिए, रूबेला मोतियाबिंद वाले व्यक्ति को रात के समय देखने में परेशानी हो सकती है। मोतियाबिंद रंगों को कम चमकीला भी बना सकता है। इसके अलावा जैसे-जैसे मोतियाबिंद बढ़ता है, यह आपकी पुतली को ज्यादा ढ़क सकता है।
यह रूबेला मोतियाबिंद के सबसे प्रमुख लक्षणों में से एक है। इस स्थिति वाले लोगों को तेज रोशनी या चकाचौंध देखने में कठिनाई हो सकती है। यह गाड़ी चलाने और अन्य गतिविधियों को ज्यादा कठिन बना सकता है, जिनके लिए अच्छी दृष्टि की जरूरत होती है।
यह रूबेला मोतियाबिंद से पीड़ित लोगों द्वारा अनुभव किया जाने वाला सबसे आम लक्षण है। इससे दाने और बुखार के अलावा कुछ मामलों में कंजक्टिवाइटिस हो सकता है। अगर आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
यह रूबेला के कुछ सामान्य लक्षण और संकेतों में शामिल हैं। इनमें से किसी का अनुभव करने पर आपको जल्द से जल्द अपने आंखों के डॉक्टर से मिलने की सलाह दी जाती है। ऐसे में इस बीमारी से होने वाली गंभीर जटिलताएं रोकने के लिए शुरुआती उपचार बहुत जरूरी है।
इस धुंधलेपन को मोतियाबिंद कहते हैं और ज्यादातर मामलों में अनुपचारित छोड़ दिए जाने पर इससे अंधापन हो सकता है। हालांकि, सर्जरी से रूबेला मोतियाबिंद का इलाज संभव है, लेकिन इसके अन्य जोखिम कारकों में डायबिटीज और कुछ आनुवंशिक विकार शामिल हैं। यह जन्मजात रूबेला सिंड्रोम दिल की समस्याओं, बहरेपन और मानसिक मंदता सहित सभी जन्म दोषों का कारण बनता है। अगर गर्भवती महिला वायरस से संक्रमित नहीं हैं, तब भी उसका अजन्मा बच्चा इससे प्रभावित हो सकता है।
ऐसा इसलिए है, क्योंकि रूबेला वायरस प्लेसेंटा को पार करके विकासशील भ्रूण को संक्रमित करता है। इस प्रकार संभावित जटिलताओं में शामिल रूबेला मोतियाबिंद बच्चों में सबसे आम है। जन्मजात मोतियाबिंद को आंख के लेंस में अस्पष्टता या धुंधला कहा जाता है। यह अस्पष्टताएं हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकती हैं और दृष्टि संबंधी समस्याएं पैदा करती हैं। रूबेला मोतियाबिंद वाले लोगों को अक्सर जन्म से ही अपनी दृष्टि में परेशानी होती है। इस प्रकार समस्या को ठीक करने के लिए आपको सर्जरी की जरूरत हो सकती है।
अगर आपको या आपके बच्चे को रूबेला मोतियाबिंद का निदान किया गया है, तो नियमित रूप से एक नेत्र चिकित्सक को देखना महत्वपूर्ण है। इस स्थिति का कोई इलाज नहीं है, लेकिन शुरुआती पहचान और उपचार इसकी प्रगति को रोकने और दृष्टि को संरक्षित करने में मदद कर सकता है।
इस मोतियाबिंद के कारण कई संभावित जटिलताएं हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:
रूबेला मोतियाबिंद के जोखिम और जटिलताएं गंभीर हो सकती हैं। ऐसे में अगर आपको या आपके बच्चे को यह स्थिति होती है, तो एक अनुभवी आंखों के डॉक्टर से मिलना सबसे अच्छा विकल्प है। इस प्रकार रूबेला मोतियाबिंद से दृष्टि हानि को रोकने के लिए शुरुआती निदान और उपचार बहुत जरूरी है। रूबेला मोतियाबिंद एक वायरस से संबंधित स्थिति है, इसलिए इसका कोई खास इलाज नहीं है। हालांकि, उपचार दृष्टि में सुधार और जटिलताओं को रोकने में फायदेमंद हो सकता है। ऐसे में इलाज में देरी करने के बजाय जल्द से जल्द किसी नेत्र रोग विशेषज्ञ से मिलें।
एक चिकित्सकीय पेशेवर द्वारा नियमित नेत्र परीक्षण के दौरान रूबेला मोतियाबिंद का निदान किया जा सकता है। एक नेत्र रोग विशेषज्ञ आईरिस पर सफेद धब्बे की उपस्थिति की तलाश करेगा, जो आंख का रंगीन हिस्सा है। इन धब्बों को कोहलर बीमारी कहा जाता है और यह रूबेला मोतियाबिंद का शुरुआती संकेत है। इसका निदान दृष्टि परीक्षण के नतीजों के आधार पर भी किया जा सकता है। अगर आपको रूबेला मोतियाबिंद है, तो आपकी दृष्टि काफी कम हो जाएगी।
आमतौर पर रूबेला मोतियाबिंद का निदान करने के लिए कुछ सामान्य परीक्षणों में एम्सलर ग्रिड परीक्षण और स्नेलन चार्ट परीक्षण शामिल हैं। रूबेला मोतियाबिंद का निश्चित रूप से निदान करने का एकमात्र तरीका आंख की बायोप्सी है। इसमें प्रभावित आंख से ऊतक का एक छोटा सा नमूना लेना और विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला में भेजना शामिल है। कुल मिलाकर यह सुनिश्चित करने के लिए एक सटीक जांच जरूरी है कि आपको उचित उपचार मिले। अगर आपको अपनी दृष्टि के बारे में कोई चिंता है, तो अपने डॉक्टर से बात करना सुनिश्चित करें।
कुछ तरीकों से रुबेला मोतियाबिंद का इलाज संभव हैं, जिनमें शामिल हैं-
यह रूबेला मोतियाबिंद के लिए कुछ सामान्य उपचार विकल्प हैं। अपने लिए सबसे सही विकल्प चुनने के लिए किसी अनुभवी डॉक्टर से बात करें। कभी-कभी सबसे बेहतर नतीजों के लिए इन उपचारों का उपयोग जरूरी होता है। इस प्रकार का मोतियाबिंद गंभीर स्थिति है, लेकिन उपचार के लिए कई विकल्प हैं। अगर आप या आपके किसी परिचित को यह स्थिति है, तो आज ही अपने डॉक्टर से संपर्क सुनिश्चित करें। इस प्रकार उचित उपचार के साथ आपको दृष्टि बहाल और स्थिति को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
रूबेला मोतियाबिंद अंधेपन का एक रोके जाने योग्य कारण है और एमएमआर टीका लगवाने से भी इसकी रोकथाम की जा सकती है। अगर आपको या आपके बच्चे को इस प्रकार का मोतियाबिंद है, तो तुरंत एक नेत्र रोग विशेषज्ञ को दिखाना जरूरी है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इससे उन्हें जल्द से जल्द रुबेला मोतियाबिंद का निदान और उपचार शुरू करने में मदद मिल सकती है। कई बार शीघ्र निदान और उपचार के साथ रूबेला मोतियाबिंद से दृष्टि हानि को रोका जा सकता है। इसके अलावा अगर आप गर्भवती हैं, तो अपने अजन्मे बच्चे को इस गंभीर बीमारी से बचाने के लिए रूबेला का टीका लगवाना जरूरी है। ऐसे में पेशेवर मदद और मार्गदर्शन के लिए आज ही आई मंत्रा से संपर्क करें।
मोतियाबिंद सर्जरी एक सुरक्षित और दर्द रहित प्रक्रिया है। आई मंत्रा में हमारे पास अनुभवी आंखों के सर्जनों की एक टीम है, जो मोतियाबिंद सर्जरी, मोतियाबिंद सर्जरी की कीमत, मोतियाबिंद सर्जरी के अलग-अलग प्रकारों के लिए मोतियाबिंद लेंस की कीमत- फेकोइमल्सीफिकेशन, एमआईसीएस और फेम्टो लेजर मोतियाबिंद पर आपके किसी भी सवाल का जवाब देने में सक्षम है। ज्यादा जानकारी के लिए हमें +91-9711116605 पर कॉल या eyemantra1@gmail.com पर ईमेल करें।