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अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद: लक्षण, कारण और निदान – Immature Senile Cataract: Symptoms, Causes And Diagnosis In Hindi

अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद क्या है – What Is Immature Senile Cataracts In Hindi

अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद एक अन्य प्रकार का मोतियाबिंद है, जो आमतौर पर 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में विकसित होता है। इस प्रकार का मोतियाबिंद तब होता है, जब आंखों के लेंस में प्रोटीन टूटने लगते हैं और आपस में चिपक जाते हैं। इससे लेंस धुंधला और अपारदर्शी हो जाता है और अनुपचारित छोड़ दिए जाने पर यह अंधेपन का कारण बन सकता है। अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद पूरी तरह से विकसित नहीं होता है, लेकिन कुछ लक्षण दिखाना शुरू कर देते हैं।

एक अध्ययन के अनुसार, 60 साल से ज्यादा उम्र के लगभग 60 प्रतिशत लोगों में सेनाइल मोतियाबिंद होता है। जबकि, इनमें से लगभग 20 प्रतिशत लोग अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद विकसित करते हैं। ऐसे में इसका जल्द निदान करना जरूरी है, क्योंकि तेजी से प्रोग्रेस करने वाली यह स्थिति अंधेपन का कारण बन सकती हैं। हालांकि, कुछ उपचार दृष्टि सुधार करने और स्थिति के प्रभावों को कम करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही आपको सावधान रहने और दृष्टि सुधार के लिए कुछ जरूरी कदम उठाने की जरूरत है। इस प्रकार सही सावधानियों से आप अपनी दृष्टि को आने वाले कई वर्षों तक स्वस्थ और साफ रख सकते हैं।

अगर आपको अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद का निदान किया गया है, तो आपको तुरंत किसी अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। इस प्रकार का मोतियाबिंद अक्सर युवा लोगों में 65 साल की उम्र से पहले विकसित होता है। ऐसे में स्थिति के प्रबंधन और जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए आप कुछ कदम उठा सकते हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में हम उन सभी चीजों पर चर्चा करेंगे, जो आपको अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद के बारे में जानने की जरूरत है। इसमें उपचार के विकल्प और जीवनशैली में बदलाव शामिल हैं, जो दृष्टि सुधार और बेहतर जीवन जीने में मदद कर सकते हैं।

लक्षण – Symptoms In Hindi

कुछ लक्षण आपको यह पहचानने में मदद कर सकते हैं कि क्या आप या आपके कोई परिचित अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद से पीड़ित है। इनमें शामिल हैं:

अस्पष्ट या धुंधली दृष्टि

यह शुरुआती चरण के मोतियाबिंद के लक्षण में से एक है। आप इसे एक आंख या दोनों आंखों में अनुभव कर सकते हैं। इसमें आपको दूर और पास की वस्तुओं को देखने में कठिनाई होती है। उदाहरण के लिए, आपको टेलीविजन को साफ देखने और पढ़ने या लिखने में परेशानी हो सकती है।

चकाचौंध

यह एक अन्य लक्षण है, जिसे एक या दोनों आंखों में अनुभव किया जा सकता है। आपको साफ देखने में परेशानी हो सकती हैं और खासतौर से रात में गाड़ी चलाते ज्यादा परेशान करने वाला हो सकता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि आने वाली हेडलाइट्स बहुत ज्यादा चकाचौंध वाली दिखाई देती हैं। इसे सिर्फ तब परिभाषित किया जाता है, जब आंख में रोशनी बिखरी होता है।

दृष्टि में बदलाव

इसमें दोहरी दृष्टि का अनुभव करना या रोशनी के चारों तरफ चमकते घेरे दिखना शामिल हो सकता है। यह तब होता है, जब मोतियाबिंद प्रोग्रेस करता है और इससे आपकी केंद्रीय दृष्टि प्रभावित होने लगती है। हालांकि, अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद के मामले में आपके लिए बारीक प्रिंट देखना मुश्किल हो जाता है।

रगों का फीका दिखना

यह इस प्रकार के मोतियाबिंद का अन्य सामान्य लक्षण है, जो मोतियाबिंद पीला होने पर अनुभव होता है। यह लेंस में प्रोटीन के टूटने और रंग बदलने का नतीजा है, जिससे आपके लिए कुछ रंगों के बीच अंतर करना मुश्किल हो सकता है और इसे रंगीन विपथन यानी कलर अब्रेशन भी कहते हैं।

दृष्टि हानि

यह दुर्लभ है, लेकिन कुछ मामलों में अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद लोगों में दृष्टि हानि का कारण बन सकता है। ऐसे में आपको ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि यह बेहद खतरनाक हो सकता है। इसके लिए आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप सभी जरूरी सावधानी बरत रहे हैं।

यह कुछ सामान्य लक्षण हैं, जिनसे आपको अवगत होना चाहिए। हालांकि, अगर आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं, तो तुरंत पेशेवर मदद लेना जरूरी है। इससे आपको इन स्थितियों के निदान और जरूरी उपचार में मदद मिलती है।

सेनाइल मोतियाबिंद की व्यापकता

अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद का प्रचलन 80 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों में सबसे आम है। इस प्रकार के मोतियाबिंद को उम्र बढ़ने का एक सामान्य हिस्सा माना जाता है। असल में, 80 साल की उम्र तक यह दुनिया भर में ज्यादातर लोगों को प्रभावित करता है। उदाहरण के लिए, यह अनुमान लगाया गया है कि 60 साल से ज्यादा उम्र के लगभग आधे भारतीयों को कुछ हद तक मोतियाबिंद है और चीन में प्रसार 67 प्रतिशत से भी ज्यादा है। ऐसे में यह हैरानी वाली बात नहीं है कि आने वाले वर्षों में इस स्थिति वाले लोगों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।

आमतौर पर ज्यादातर मोतियाबिंद उम्र बढ़ने से जुड़े होते हैं। जबकि, अन्य जोखिम कारक मोतियाबिंद के विकास में योगदान कर सकते हैं। इसके अलावा एक व्यक्ति को सेनाइल मोतियाबिंद के प्रसार के बारे में जानने की जरूरत है, क्योंकि यह जीवन की गुणवत्ता पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद अक्सर विकसित होने मोतियाबिंद का पहला प्रकार है। ऐसे में लक्षणों और उपचार विकल्पों के बारे में जानना जरूरी है। इसके अलावा आपको यह भी जानना चाहिए कि मोतियाबिंद अलग-अलग प्रकार के होते हैं। साथ ही सभी प्रकार के लक्षणों और उपचार विकल्पों का अपना सेट होता है।

कारण – Causes In Hindi

अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद के कई संभावित कारण हैं, लेकिन सबसे आम कारण उम्र बढ़ना है। आमतौर पर बढ़ती उम्र के साथ हमारे शरीर में बदलाव होता हैं और इसमें हमारी आंखें भी शामिल हैं। उम्र बढ़ने की प्रक्रिया से आंखों में प्रोटीन टूटना लगते हैं और इससे मोतियाबिंद हो सकता है। इसके अन्य संभावित कारणों में शामिल हैं:

  • डायबिटीज
  • उच्च रक्तचाप
  • कुछ दवाएं
  • पिछली आंख की सर्जरी
  • आंख की चोट
  • पराबैंगनी प्रकाश का जोखिम
  • आयोडीन की कमी
  • मोटापा

ज्यादातर मोतियाबिंद उम्र से संबंधित हैं, लेकिन जीवनशैली के कुछ विकल्प मोतियाबिंद के विकास का जोखिम बढ़ा सकते हैं। इसमें शामिल हैं:

  • धूम्रपान
  • ज्यादा शराब का सेवन
  • खराब पोषण
  • यूवी प्रकाश के संपर्क

यह कम उम्र में मोतियाबिंद होने के कुछ संभावित कारण हैं। हालांकि, अगर आपके पास इनमें से कोई भी जोखिम कारक हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपको मोतियाबिंद है। इसके अलावा ज्यादा लक्षण महसूस होने पर आपको निदान के लिए अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। वह आपको उपचार के बेहतर विकल्पों का सुझाव दे सकते हैं।

निदान – Diagnosis In Hindi

इस प्रकार के मोतियाबिंद का निदान अक्सर नियमित आंखों की जांच के दौरान किया जाता है। अगर किसी व्यक्ति को अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद है, तो डॉक्टर उन्हें जांच के लिए अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास भेज सकते हैं। नेत्र रोग विशेषज्ञ एक मेडिकल डॉक्टर हैं, जो आंखों की बीमारियों के निदान और उपचार में माहिर है। अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद के निदान में नेत्र रोग विशेषज्ञ निम्नलिखित जांच कर सकते हैं:

  • विजुअल एक्विटी टेस्ट- यह मापता है कि कोई व्यक्ति सभी दूरियों पर कितनी अच्छी तरह देख सकता है।
  • जांच के लिए लाइट का उपयोग- धुंधलेपन के संकेतों के लिए आंख के लेंस की जांच जरूरी है, जिसके लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ लाइट का प्रयोग करते हैं।
  • आंख की तस्वीरें लेना- मोतियाबिंद को बेहतर ढंग से देखने के लिए आंख की तस्वीरें लेना शामिल है।
  • खून की जांच या दूसरे इमेजिंग टेस्ट- अगर नेत्र रोग विशेषज्ञ को लगता है कि मोतियाबिंद के कारण कोई अन्य गंभीर स्थिति है, तो वह खून की जांच या दूसरे इमेजिंग टेस्ट की सलाह दे सकते हैं।

अगर आपको अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद का निदान किया गया है, तो नेत्र रोग विशेषज्ञ धुंधले लेंस को हटाने और इसे साफ आर्टिफिशयल इंट्राओकुलर लेंस से बदलने के लिए सर्जरी का सुझाव देते हैं। हालांकि, इस प्रकार की सर्जरी से जुड़े कुछ जोखिम हैं, इसलिए सर्जरी से पहले नेत्र रोग विशेषज्ञ के साथ सभी विकल्पों पर चर्चा करना जरूरी है। कुल मिलाकर पूरी तरह से आंखों की जांच के साथ एक सटीक निदान किया जा सकता है। साथ ही दृष्टि संबंधी कोई समस्या होने पर अपने डॉक्टर से बात करना सुनिश्चित करें, ताकि वह उपचार योजना विकसित करने में आपकी मदद कर सकें।

जटिलताएं – Complications In Hindi

इस मोतियाबिंद के कारण कई अलग-अलग जटिलताएं हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • ग्लूकोमा: यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आंख के अंदर दबाव बहुत ज्यादा हो जाता है। यह ऑप्टिक तंत्रिका को नुकसान पहुंचा सकता है, जो आंख से मस्तिष्क तक जानकारी ले जाती है।
  • कॉर्नियल अल्सर: यह आंख की सतह पर खुले घाव हैं, जो दर्दनाक हो सकते हैं और दृष्टि हानि का कारण बनते हैं।
  • रेटिनल डिटैचमेंट: इस गंभीर स्थिति में रेटिना यानी आंख के पीछे की प्रकाश-संवेदनशील परत आंख के बाकी हिस्सों से अलग हो जाती है। यह स्थिति दृष्टि हानि का प्रमुख कारण बन सकती है।
  • फेकोएनाफिलेक्टिक यूवाइटिस: यह यूविया यानी आंख की बीच वाली परत की सूजन है, जिससे दर्द, लालपन और धुंधली दृष्टि हो सकती है।

अगर आपको इनमें से कोई भी जटिलता है, तो तुरंत एक नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना जरूरी है। असल में, अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद भी इन समस्याओं का कारण बन सकता है। ऐसे में अपनी दृष्टि से संबंधित कोई भी बदलाव दिखने पर आपको जल्द से जल्द एक नेत्र रोग विशेषज्ञ से मिलने की सलाह दी जाती है। इस प्रकार सही उपचार के साथ सेनाइल मोतियाबिंद वाले ज्यादातर लोग सामान्य और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। हालांकि, किसी भी गंभीर समस्या से पहले इसका निदान और सही इलाज करवाना जरूरी है।

उपचार विकल्प – Treatment Options In Hindi

अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद के लिए उपचार के कुछ विकल्प उपलब्ध हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • सर्जरी: यह अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद के इलाज का सबसे प्रभावी विकल्प है, जिसमें धुंधला लेंस हटाना और आर्टिफिशियल लेंस से बदलना शामिल है। सर्जरी के कुछ अलग-अलग प्रकार हैं, इसलिए आपको डॉक्टर से परामर्श करके अपने लिए सही विकल्प जानना चाहिए। आपके लिए जानना जरूरी है कि किसी भी प्रकार की सर्जरी में जटिलताओं का जोखिम होता है।
  • लेंस रिप्लेसमेंट: अगर आप मोतियाबिंद सर्जरी नहीं करवाना चाहते हैं, तो आप लेंस रिप्लेसमेंट के लिए सही उम्मीदवार हैं। इसमें धुंधले लेंस को हटाना और आर्टिफिशियल लेंस से बदलना शामिल है। कुछ अलग प्रकार के लेंस रिप्लेसमेंट हैं और आपको सही विकल्प जानने के लिए अपने डॉक्टर से चर्चा करनी चाहिए।
  • लेजर थेरेपी: इस विकल्प में धुंधले हिस्से तोड़ने के लिए लेजर का उपयोग किया जाता है। यह सर्जरी जितना प्रभावी नहीं है, लेकिन कुछ लोगों के लिए बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
  • आहार और जीवनशैली में बदलाव: आहार संबंधी कुछ बदलाव मोतियाबिंद की प्रोग्रेस रोक सकते हैं। इनमें फल और सब्जियों जैसे ज्यादा एंटीऑक्सिडेंट युक्त खाद्य पदार्थ खाना और चीनी में उच्च खाद्य पदार्थों से बचना शामिल है। जबकि, जीवनशैली में कुछ साधारण बदलाव भी अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद की प्रोग्रेस को धीमा करते हैं। उदाहरण के लिए, धूम्रपान से परहेज और शराब का सीमित सेवन आपके जोखिम को कम करते हैं।
  • दवा: कुछ दवाएं अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद की प्रोग्रेस को धीमा करती हैं। ऐसे में सही विकल्प जानने के लिए आपको अपने डॉक्टर से चर्चा करनी चाहिए।

अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद वाले लोगों के लिए उपचार विकल्पों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करना जरूरी है। इसके अलावा आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प आपकी स्थिति पर निर्भर करता है। ऐसे में फैसला लेने से पहले सभी विकल्प से जुड़े जोखिम और फायदे पूछना सुनिश्चित करें।

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निष्कर्ष Conclusion In Hindi

कुल मिलाकर अपरिपक्व सेनाइल मोतियाबिंद को आंखों के लेंस में धुंधलापन है, जो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया के साथ होता है। इस प्रकार का मोतियाबिंद अन्य प्रकार से अलग है, क्योंकि धीरे-धीरे विकसित होने वाला यह मोतियाबिंद आमतौर पर दोनों आंखों को प्रभावित करता है। इस स्थिति से निपटने के कई तरीके हैं, जिनमें सर्जरी, जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचार जैसे कई विकल्प शामिल हैं। हालांकि, उपचार का सबसे अच्छा तरीका निर्धारित करने के लिए आपको नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेने की सलाह दी जाती है। इस प्रकार उचित उपचार से आप दृष्टि और जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं।

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