यह सर्जरी लोकल एनेस्थीसिया के तहत एक आउट पेशेंट प्रक्रिया के रूप में की जाती है। आज कई प्रकार के फेको उपकरण उपलब्ध हैं। सर्जन घाव को ठंडा और जमने के लिए सबसे आम प्रकार हीलियम-नियॉन गैस मिक्सचर का उपयोग करते हैं। इस प्रकार का उपकरण 30 से ज्यादा वर्षों से उपयोग में है। इसे आंखों से घाव को हटाने के लिए सबसे सुरक्षित और सबसे प्रभावी तरीका माना जाता है। जबकि, अन्य उपकरण से घाव को जमने और तोड़ने के लिए सर्जन लेजर या ठंडे वैक्यूम का उपयोग करते हैं।
यह सर्जरी एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसका उपयोग आंख से मोतियाबिंद को हटाने के लिए किया जाता है। यह अपेक्षाकृत नई प्रक्रिया है, जिसके दीर्घकालिक प्रभावों को लेकर अभी भी कुछ सवाल हैं। अगर आप फेको सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए बहुत फायदेमंद है। ब्लॉग में हम फेको सर्जरी के फायदों और दुष्प्रभावों सहित कई जरूरी बातों पर चर्चा करेंगे। इससे आपको यह तय करने में मदद मिल सकेगी कि यह सर्जरी आपके लिए सही विकल्प है या नहीं।
इस सर्जिकल प्रक्रिया में सर्जन आंख से मोतियाबिंद या अन्य प्रकार के लेंस को हटाते हैं। आमतौर पर यह सर्जरी आंख के किनारे एक छोटे चीरे के माध्यम से की जाती है। इसके अलावा सर्जरी में लेंस को हटाने के लिए एक हाई पावर वाले माइक्रोस्कोप का उपयोग शामिल है। फेको सर्जरी के कई अलग-अलग प्रकार हैं, जिनमें प्रत्येक को विशेष प्रकार के मोतियाबिंद के इलाज के लिए डिज़ाइन किया गया है। हालांकि, इस सर्जरी को प्राकृतिक लेंस या आर्टिफिशियल लेंस प्रत्यारोपण को हटाने के लिए किया जा सकता है।
इस सर्जरी के सबसे आम प्रकार को मोतियाबिंद हटाने की सर्जरी (कैटरैक्ट रिमूवल सर्जरी या सीआरटी) कहते हैं। सीआरटी लेंस से मोतियाबिंद को सीधे हटाने के लिए एक शक्तिशाली माइक्रोस्कोप का उपयोग करती है। यह सर्जरी आमतौर पर छोटे मोतियाबिंदों को हटाने में अन्य प्रकार की फेको सर्जरी के मुकाबले ज्यादा प्रभावी होती है। साथ ही यह कुछ प्रकार के मैकुलर डिजेनेरेशन के इलाज में भी फायदेमंद हो सकती है।
एक अन्य प्रकार की फेको सर्जरी को ऑटोमेटेड पेरिमेट्री यानी एपी कहा जाता है। इसमें मोतियाबिंद के शेप और साइज़ को मापने के लिए एक खास कैमरे का उपयोग शामिल है। इस जानकारी का उपयोग आपके लिए फेको सर्जरी का सबसे बेहतर प्रकार डिजाइन करने के लिए किया जाता है। बड़े या जटिल मोतियाबिंद वाले लोगों के लिए एपी कभी-कभी सीआरटी से बेहतर होता है।
अन्य प्रकार की सर्जरी को फेम्टोसेकेंड मोतियाबिंद सर्जरी या एफएससीएस कहा जाता है। यह सर्जरी मोतियाबिंद को छोटे टुकड़ों में तोड़ने के लिए एक खास प्रकार के लेजर का उपयोग करती है। एफएससीएस कभी-कभी उन लोगों के लिए एपी की तुलना में ज्यादा बेहतर होती है, जिनकी दृष्टि कमज़ोर होती है या जिन्हें बड़े मोतियाबिंद होते हैं।
इस सर्जरी के कई फायदे हैं, इसीलिए यह मोतियाबिंद सर्जरी का सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला प्रकार है। इसके कुछ फायदों में शामिल हैं:
इन कारणों से फेको सर्जरी उन लोगों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प है, जिन्हें अपने मोतियाबिंद को हटाने की जरूरत है। अगर आप इस प्रकार की सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से सभी फायदों और दुष्प्रभावों के बारे में बात करना सुनिश्चित करें। इससे सुनिश्चित किया जा सकता है कि यह सर्जरी आपके लिए सही विकल्प है।
इस सर्जिकल प्रक्रिया को मोतियाबिंद को हटाने के लिए उपयोग किया जाता है। सर्जरी कॉर्निया में छोटे चीरे की मदद से की जाती है। साथ ही इसमें लेंस को तोड़ने और इसे हटाने के लिए सर्जन लेजर का उपयोग करते हैं। इस सर्जरी से जुड़े कई जोखिम और दुष्प्रभाव हैं। हालांकि, सर्जरी से पहले मरीज को संभावित जोखिमों की जानकारी प्रदान की जाती है।
इनमें शामिल हैं:
विचार करने वाले कुछ प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं:
– फेको सर्जरी के बाद अंधेपन सहित गंभीर जटिलताओं का खतरा होता है। ऐसे में यह सर्जिकल प्रक्रिया करवाने से पहले अपने सर्जन के साथ इन जोखिमों पर चर्चा करना जरूरी है।
– यह ऑपरेशन मुश्किल हो सकता है, जिसके इसके लिए व्यापक रिकवरी समय की जरूरत होती है। ऐसे में सर्जन के साथ अपनी अपेक्षाओं पर पहले से चर्चा करके इसके लिए पूरी तरह से तैयार होना सुनिश्चित करें।
– फेको सर्जरी के बाद ग्लूकोमा होने का भी खतरा होता है। ऐसे में ग्लूकोमा के लक्षणों की निगरानी के लिए सर्जरी के बाद नियमित आंखों की जांच कराना सुनिश्चित करें।
फेको सर्जरी करवाने वाले किसी व्यक्ति को पूरी तरह से ठीक होने में लगभग दो हफ्ते लगते हैं। सर्जरी के बाद आपको हल्के दर्द और परेशानी का अनुभव हो सकता है। हालांकि, यह कुछ दिनों में काफी हद तक ठूक हो जाता है। कुछ दिनों बाद आप अपनी नियमित गतिविधियों को फिर से शुरू करने में सक्षम हो सकते हैं। अगर आपके पास अपनी रिकवरी से संबंधित कोई परेशानी या सवाल हैं, तो हमसे संपर्क करना सुनिश्चित करें।
ज्यादातर लोगों को फेको सर्जरी के बाद सिर्फ हल्की दर्द निवारक दवाओं की जरूरत होती है। अगर आप भी ज्यादा गंभीर दर्द या सूजन का अनुभव करते हैं, तो आगे के निर्देशों के लिए हमारी टीम से संपर्क करें। ज्यादातर मामलों में आप प्रक्रिया के बाद कुछ दिनों के अंदर अपनी नियमित गतिविधियों को फिर से शुरू कर सकते हैं। हालांकि, अगर आप किसी भी गंभीर समस्या का अनुभव करते हैं, तो मदद के लिए आज ही हमसे संपर्क करें।
आमतौर पर औसत पोस्टऑपरेटिव अवधि लगभग चार दिन है। हालांकि, यह आपके मामले के आधार पर अलग हो सकती है। अगर आप किसी गंभीर समस्या का अनुभव करते हैं या आपको मदद की जरूरत है, तो हमारी टीम से संपर्क करें। ज्यादातर मामलों में आप प्रक्रिया के बाद कुछ दिनों के अंदर अपनी नियमित गतिविधियों को फिर से शुरू कर सकते हैं। हालांकि, अगर आप किसी भी गंभीर समस्या का अनुभव करते हैं, तो मदद के लिए हमसे संपर्क करना सुनिश्चित करें।
फेको सर्जरी मोतियाबिंद को हटाने के लिए किया जाने वाला एक ऑपरेशन है। यह सर्जरी आंख में एक छोटा चीरा लगाकर की जाती है। सर्जरी के दौरान फेको लेंस को आंख में डाला जाता है और मोतियाबिंद को हटाए जाने तक इधर-उधर घुमाया जाता है। फेको लेंस डालने के बाद सर्जन मोतियाबिंद को हटाने के लिए एक छोटे से वैक्यूम का उपयोग करते हैं। इसके अलावा वह मोतियाबिंद को तोड़ने के लिए एक ड्रिल का भी उपयोग करके इसे एक छोटी सुई से हटा सकते हैं।
इसके बाद सर्जन छोटे टांके लगाकर टीरे को बंद करते हैं। फेको सर्जरी आमतौर पर एक आउट पेशेंट प्रक्रिया के रूप में की जाती है। सर्जरी के बाद मरीज को कुछ दिनों के लिए पैच पहनना पड़ सकता है। साथ ही उन्हें कुछ दिनों के लिए एंटीबायोटिक्स और दर्द निवारक दवाएं भी लेनी पड़ सकती है। हालांकि, ज्यादातर मरीज कुछ दिनों के अंदर अपनी सामान्य गतिविधियों में वापस आ सकते हैं।
फेको सर्जरी की प्रक्रिया को चुनते समय विचार करने के लिए कई कारक हैं। इनमें सर्जन के अनुभव को सबसे जरूरी कारक माना जाता है। फेको सर्जरी करने का व्यापक अनुभव रखने वाले सर्जन यह सुनिश्चित करने में मदद कर सकते हैं कि आपकी सर्जिकल प्रक्रिया सफल और सबसे सुरक्षित है। इसके अलावा फेको सर्जरी का अनुभव रखने वाले सर्जन आपको संभावित जटिलताओं की जानकारी देने और सर्जिकल प्रक्रिया में उन्हें जल्द ठीक करने में सक्षम हो सकते हैं। इस सर्जिकल प्रक्रिया को चुनते समय विचार करने के लिए एक अन्य जरूरी कारक उस खास प्रकार की फेको सर्जरी के साथ सर्जन का अनुभव है, जिस पर आप विचार कर रहे हैं।
कुछ सर्जनों को मोनोपोलर फेको सर्जरी करने का अनुभव प्राप्त होता है। जबकि, अन्य सर्जनों के पास बाइपोलर फेको सर्जरी का अनुभव है। ऐसे में सफल और सुरक्षित नतीजे सुनिश्चित करने के लिए अपनी विशेष प्रकार की फेको सर्जरी का अनुभव रखने वाले सर्जन को ढूंढना जरूरी है। फेको सर्जरी प्रक्रिया चुनते समय कई कारकों पर विचार किया जाना चाहिए। हालांकि, सर्जन का अनुभव और विशेषज्ञता दो सबसे जरूरी कारक हैं। अगर आप फेको सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो अपनी विशेष प्रक्रिया, संभावित जोखिमों और फायदों के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए एक योग्य सर्जन से बात करना सुनिश्चित करें।
फेको सर्जरी एक ऐसी प्रक्रिया है, जो आपकी आंख के प्राकृतिक धुंधले लेंस को हटा देती है। यह सर्जरी उन लोगों के लिए बेहतरीन विकल्प है, जिनके पास गंभीर दृष्टि दोष है। हालांकि, यह बहुत ही चुनौती वाली और जोखिम वाली सर्जिकल प्रक्रिया भी है। इस लेख में आपको फेको सर्जरी से संबंधित जरूरी जानकारी प्रदान की गई है, ताकि आपको सूचित फैसला लेने में मदद मिल सके। इससे आप सुनिश्चित कर सकते हैं कि यह सर्जिकल प्रक्रिया आपके लिए सही है या नहीं। हमें उम्मीद है कि इस लेख से आपको सभी सवालों के जवाब मिलें होंगे। साथ ही आप फेको सर्जरी के बारे में एक सूचित फैसला लेने में सक्षम होंगे।
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